मैक्सिको ने लगाया 50% टैरिफ, जानिए इंडियन एक्सपोर्टर्स पर पड़ेगा कितना असर

मैक्सिको कई चीजों का बड़ी मात्रा में इंडिया से इंपोर्ट करता है। कुछ इंडियन प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी मैक्सिको के बाजार में 50 फीसदी से ज्यादा है। मैक्सिको को इंडियन एक्सपोर्ट्स के 10 फीसदी आइटम्स का विकल्प तलाशने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है

अपडेटेड Dec 11, 2025 पर 8:46 PM
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टैक्टर्स के मामले में भी भारत पर मैक्सिको की काफी ज्यादा निर्भरता है।

मैक्सिको ने कई प्रोडक्ट्स पर टैरिफ काफी बढ़ा दिया है। इसका इंडिया के एक्सपोर्ट्स पर काफी असर पड़ सकता है। इंडिया पैसेंजर व्हीकल्स सहित कई चीजों का मैक्सिको को एक्सपोर्ट करता है। भारत के लिए मैक्सिको निर्यात का बड़ा डेस्टिनेशन है। इंडिया ने 2024 में मैक्सिको को 1.9 अरब डॉलर के पैसेंजर्स वहीकल्स का एक्सपोर्ट किया था। इससे मैक्सिको इंडियन कार का सबसे बड़ा बाजार बन गया था।

मैक्सिको ने कई चीजों पर टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसदी किया

कुछ इंडियन कार के मॉडल्स का 20 फीसदी से ज्यादा एक्सपोर्ट मैक्सिको को होता है। इसका मतलब है कि मैक्सिको के टैरिफ बढ़ाने या एक्सपोर्ट में जुड़ी पॉलिसी में बदलाव का सीधा असर इंडियन एक्सपोर्ट पर पड़ेगा। मैक्सिको के सीनेट ने 10 दिसंबर को ऑटो और ऑटो पार्ट्स, टैक्सटाइल्स, क्लॉदिंग, प्लास्टिक्स और स्टील पर टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसदी तक करने का ऐलान किया। यह टैरिफ उन देशों पर लागू होगा, जिनका मैक्सिको के साथ ट्रेड-एग्रीमेंट नहीं है। इनमें इंडिया शामिल है।


इंडिया से इंपोर्ट होने वाले कई प्रोडक्ट्स का तलाशना होगा विकल्प

मैक्सिको के इंपोर्ट पैटर्न की मनीकंट्रोल की एनालिसिस से पता चलता है कि टैरिफ बढ़ाने का असर अलग-अलग तरह से पड़ेगा। मैक्सिको को इंडियन एक्सपोर्ट्स के 10 फीसदी आइटम्स का विकल्प तलाशने में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। इंडिया ने पिछले साल मैक्सिको को 5.6 अरब डॉलर का निर्यात किया। इसका 10 फीसदी यानी 58 करोड़ डॉलर के गुड्स ऐसी कैटेगरी में आते हैं, जिनका इंडिया से मैक्सिको के निर्यात में 50 फीसदी या इससे ज्यादा हिस्सेदारी है।

मैक्सिको के टाइल्स मार्केट पर इंडिया का 50% से ज्यादा कब्जा

मैक्सिको को इंडिया से निर्यात होने वाले एल्युमीनियम का विकल्प तलाशने में दिक्कत आ सकती है। इंडिया ने 2024 में मैक्सिको को 18.9 करोड़ डॉलर के एल्युमीनियम का निर्यात किया। यह मैक्सिको के एल्युमीनियम के कुल इंपोर्ट का 53 फीसदी है। सेरामिक टाइल्स ऐसा दूसरा प्रोडक्ट्स है, जिसके इंडियन एक्सपोर्ट का विकल्प मैक्सिको को तलाशना होगा। इंडिया ने पिछले साल मैक्सिको को 10 करोड़ डॉलर से ज्यादा मूल्य के टाइल्स का एक्सपोर्ट किया था। मैक्सिको में टाइल्स के मार्केट के 50 फीसदी से ज्यादा हिस्से पर इंडिया का कब्जा है।

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टैक्टर्स के मामले में भी इंडिया पर काफी ज्यादा निर्भरता

टैक्टर्स के मामले में भी भारत पर मैक्सिको की काफी ज्यादा निर्भरता है। मैक्सिको के टैक्टर्स के बाजार में भारतीय ट्रैक्टर्स की हिस्सेदारी 64 फीसदी तक पहुंच गई है। इसका मतलब है कि ज्यादा टैरिफ लागू होने से मैक्सिको को भारतीय ट्रैक्टर्स का विकल्प तलाशने को मजबूर होना पड़ेगा। इंडिया से पैसेंजर कार्स के कुल एक्सपोर्ट में मैक्सिको की हिस्सेदारी एक-तिहाई है। इसका मतलब है कि मैक्सिको के ज्यादा टैरिफ लगाने का असर इंडियन ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट पर पड़ेगा।

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