RBI policy meet : मॉनटेरी पॉलिसी पर RBI MPC की तीन दिवसीय बैठक जारी है। शुक्रवार को ब्याज दरों पर फैसला आएगा। MPC की ये बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब GDP के नंबर्स शानदार रहे हैं। साथ ही, अक्टूबर में रिटेल महंगाई रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई है। अब सवाल ये है कि क्या इस माहौल में RBI दरें घटाएगा या फिर यथास्थिति (STATUS QUO) बरकरार रखेगा। वहीं, रुपए में जिस तरह की रिकॉर्ड गिरावट है,उस पर भी RBI के आउटलुक पर बाजार की नजर रहेगी। RBI की पॉलिसी बैठक में क्या-क्या फैसले हो सकते हैं, इस खास चर्चा के लिए आज सीएनबीसी-आवाज़-MPC की खास बैठक हुई। इसमें शामिल हुए DSP फाइनेंस के VC & CEO जयेश मेहता, EMKAY GLOBAL की चीफ इकोनॉमिस्ट माधवी अरोड़ा और बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ इकोनॉमिस्ट मदन सबनवीस।
RBI MPC का फोकस कहां होगा?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार आरबीआई का फोकस महंगाई, ग्रोथ, करेंसी और ग्लोबल फैक्टर्स पर रहेगा। सुस्त नॉमिनल GDP,क्रूड कीमतों में नरमी, कमजोर MERCHANDISE एक्सपोर्ट, भारत-US ट्रेड डील की अनिश्चितता, IIP और ऑटो सेल्स पर भी आरबीआई की नजर रहेगी। इनको ध्यान में रखते हुए ही फैसले लिए जाएंगे।
जयेश मेहता ने कहा कि उन्हें इस बार के GDP के आंकड़ों से आश्चर्य हुआ है। पूरे साल के लिए GDP अनुमान 7.7 फीसदी रह सकता है। वहीं, पूरे साल के लिए महंगाई दर का अनुमान 2.4-2.6 फीसदी रह सकता है। आरबीआई दरों में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है। ये इस साइकिल की अंतिम कटौती नहीं होगी। आगे और कटौती हो सकती है। उन्होंने आगे कहा कि नॉमिनल GDP ग्रोथ को लेकर कोई चिंता नहीं है। US से डील पर अनिश्चितता से भी वे चिंतित नहीं हैं।
माधवी अरोड़ा ने भी कहा कि उन्हें इस बार के GDP के आंकड़ों से आश्चर्य हुआ है। पूरे साल का GDP अनुमान 7.3 फीसदी रह सकता है। पूरे साल के लिए महंगाई दर अनुमान 1.9 फीसदी के आसपास हो सकता है। शुक्रवार को आरबीआई दरों में 0.25 फीसदी कटौती का एलान कर सकता है। ये इस साइकिल की अंतिम कटौती होगी। उन्होंने आगे कहा कि नॉमिनल GDP ग्रोथ और US से डील पर अनिश्चितता से चिंता हो सकती है।
मदन सबनवीस ने कहा कि उन्हें इस बार के GDP के आंकड़ों से आश्चर्य हुआ है। पूरे साल का GDP अनुमान 7.4-7.6 फीसदी रह सकता है। पूरे साल के लिए महंगाई दर अनुमान 2.4-2.5 फीसदी के आसपास हो सकता है। शुक्रवार को आरबीआई दरों में कटौती नहीं करेगा। अगर कटौती होगी भी तो ये इस साइकिल की अंतिम कटौती होगी। उन्होंने भी कहा कि नॉमिनल GDP ग्रोथ और US से डील पर अनिश्चितता से चिंता हो सकती है।