Bihar Assembly Elections : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है। सभी पार्टियां सीट बंटवारे को लेकर अंतिम बैठकें कर रही है। इसी बीच पटना में महागठबंधन की बड़ी बैठक हो रही है। यह बैठक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर आयोजित की गई है, जिसमें कांग्रेस, RJD, VIP और अन्य घटक दलों के वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।
इस बैठक में कांग्रेस के बिहार प्रभारी विपिन चौधरी, VIP पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी, लेफ्ट पार्टियों के प्रतिनिधि, और RJD के वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इस बैठक को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर अंतिम मुहर लगाने वाली बैठक माना जा रहा है।
VIP पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने बैठक से पहले मीडिया से बातचीत में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, 'महागठबंधन में सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है। अब सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी है।' उन्होंने आगे कहा, 'हम लोग कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, यह तय हो चुका है। अब बस प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी घोषणा करनी है। आज रात को ही सब कुछ फाइनल कर लिया जाएगा और बहुत जल्द इसकी जानकारी जनता और मीडिया को दे दी जाएगी।'
वहीं, बैठक से पहले पत्रकारों द्वारा JDU के उस बयान पर सवाल पूछे जाने पर कि चुनाव एक ही चरण में कराए जाने चाहिए, मुकेश सहनी ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, 'नीतीश कुमार जी को तो भाषण देना नहीं आता। इसलिए वे चाहते हैं कि चुनाव एक ही चरण में निपट जाए, ताकि उन्हें ज्यादा बोलना न पड़े। लेकिन जनता सब समझती है, बिहार में इस बार बदलाव की लहर है।'
मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन के सभी दल बिहार के हर वर्ग और हर क्षेत्र तक पहुंचने के लिए तैयार हैं और इस बार जनता नीतीश कुमार और BJP को सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में RJD-कांग्रेस-लेफ्ट और VIP के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर अंतिम चर्चा हो रही है। RJD के खाते में करीब 125 सीटें, कांग्रेस को 60 सीटें, जबकि वामदलों को 30 सीटें और VIP पार्टी को 8 से 10 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, प्रत्याशियों की सूची को लेकर भी प्राथमिक स्तर पर सहमति बन चुकी है। हालांकि, सही मायने में किस पार्टी को कितने सीट मिली, वो आधिकारिक घोषणा के बाद ही सामने आएगी।
बैठक महागठबंधन की एकजुटता दिखाने का प्रयास भी है। हाल के दिनों में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और वामदलों की ओर से नाराज़गी के सुर सुनाई दे रहे थे। ऐसे में यह बैठक उस असंतोष को खत्म करने और एक मजबूत गठबंधन के रूप में चुनाव मैदान में उतरने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।