Bihar Election 2025: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एक ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिलेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह घोषणा की है। वोटरों की सबसे बड़ी शिकायत को दूर करते हुए CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता अब अपना मोबाइल फोन बूथ के अंदर ले जा सकेंगे। हालांकि, वोटिंग से ठीक पहले मोबाइल फोन को रखने के लिए बूथ के अंदर ही एक सुरक्षित व्यवस्था की जाएगी। यह फैसला उन तमाम मतदाताओं की शिकायत के बाद लिया गया है, जिन्हें बूथ के अंदर मोबाइल ले जाने की इजाजत नहीं होती थी।
SIR में बिहार बना प्रेरणास्रोत
CEC ज्ञानेश कुमार ने बिहार चुनाव की तैयारियों पर जानकारी देने से पहले विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभ्यास की जमकर तारीफ की। यह अभ्यास बिहार में दो दशकों बाद किया गया था। उन्होंने कहा कि बिहार के 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) ने मतदाता सूची शुद्धिकरण का ऐसा अनुकरणीय काम किया है, जो पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। ज्ञानेश कुमार ने बिहार की तुलना वैशाली से करते हुए कहा कि जैसे वैशाली ने दुनिया को लोकतंत्र का रास्ता दिखाया, वैसे ही बिहार के अधिकारी मतदाता सूची के शुद्धिकरण में देश का नेतृत्व करेंगे।
लोकतंत्र के महापर्व को छठ की तरह मनाएं
CEC ने बिहार के मतदाताओं से अपील की कि वे इस लोकतंत्र के पर्व को छठ महापर्व की तरह ही उत्साह से मनाएं। उन्होंने मतदाताओं को सफल SIR प्रक्रिया के लिए बधाई दी और अपील की कि वे 'सभी मतदान करें और अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।'
बिहार विधानसभा का कार्यकाल
CEC ने बताया कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 को खत्म हो रहा है और उससे पहले चुनाव कराए जाएंगे। बिहार में कुल 243 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 2 सीटें अनुसूचित जनजातियों (ST) के लिए और 38 सीटें अनुसूचित जातियों (SC) के लिए आरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि SIR की प्रक्रिया 24 जून, 2025 को शुरू हुई थी और समय पर पूरी हो गई। साथ ही, चुनाव आयोग ने पहली बार बूथ-स्तरीय अधिकारियों को खास प्रशिक्षण दिया है।