बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का सबसे बड़ा दिन अब आ चुका है। दोनों चरणों में वोटिंग सम्पन्न होने के बाद आज शुक्रवार, 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होने वाली है। सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती होगी और सुबह 8:30 बजे से EVM खोले जाएंगे। राज्य के सभी 243 विधानसभा सीटों के करीब 5 करोड़ वोट 4372 टेबलों पर गिने जाएंगे। चुनाव आयोग ने मतगणना प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं।
पटना में AN कॉलेज बना काउंटिंग सेंटर
पटना जिले की मतगणना AN कॉलेज में कराई जाएगी। DM डॉ. त्यागराजन और SSP कार्तिकेय के शर्मा ने काउंटिंग स्थल का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। DM ने कहा कि फ्रिस्किंग बेहद सख्त होगी और किसी भी व्यक्ति को आपत्तिजनक सामान अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही AN कॉलेज के 100 मीटर दायरे में वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
SSP ने बताया कि सुरक्षा के लिए तीन परत की व्यवस्था की गई है, स्ट्रांग रूम के पास CAPF, बाहरी परिधि में BSF और उससे बाहर जिला पुलिस की तैनाती होगी। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में सशस्त्र जवानों और लाठी पार्टी को भी लगाया गया है।
गिनती की प्रक्रिया कैसे होगी?
हर विधानसभा क्षेत्र में एक रिटर्निंग ऑफिसर और एक काउंटिंग ऑब्जर्वर तैनात किया गया है। पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद EVM कंट्रोल यूनिट टेबल पर लाई जाएगी और एजेंटों को सील व सीरियल नंबर चेक करने दिया जाएगा।
इसके अलावा लगभग 18,000 काउंटिंग एजेंट उम्मीदवारों की ओर से नियुक्त किए गए हैं जो हर कदम पर नजर रखेंगे।
EVM गिनती पूरी होने के बाद, हर विधानसभा क्षेत्र में 5 बूथों का रैंडम चयन कर VVPAT पर्चियों का मिलान किया जाएगा। यह प्रक्रिया एजेंटों की मौजूदगी में होगी। यदि किसी बूथ में मतों की संख्या में असमानता मिलेगी तो उस बूथ की VVPAT पर्चियों की अनिवार्य गिनती की जाएगी।
हर राउंड का परिणाम RO के द्वारा संकलित कर चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। बता दे कि पहले चरण में 64.66% वोटिंग हुई थी। जबकि दूसरे चरण में 68.79% वोटिंग हुई थी। इस बार मतदान के रिकॉर्ड तोड़ आंकड़े देखकर सभी गठबंधनों में उत्सुकता है।
एग्जिट पोल ने NDA को बढ़त दिखाया है, जबकि 'महागठबंधन' ने इसे खारिज कर दिया है। दोनों गठबंधन नतीजों को लेकर दावे कर रहे हैं। काउंटिंग से पहले पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ाई गई है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी या अफवाह फैलाने की कोशिश पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।