Bihar Election 2025: इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने का समय बच गया है। ऐसे में राज्य में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की चुनावी तैयारियां अपने चरम पर पहुंच गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) फिलहाल बिहार के करीब तीन करोड़ प्रवासी मतदाताओं को चुनाव में लुभाने की रणनीति पर काम कर रही है। विधानसभा चुनाव दिवाली और छठ के आसपास होने की संभावना है। ऐसे में इस दौरान देश के दूसरे शहरों में काम करने वाले प्रवासी मजदूर छठ त्योहार मनाने के लिए बिहार जरूर लौटते हैं।
बीजेपी ने उन तक पहुंचने के लिए एक स्पेशल प्लान बनाई है। प्रवासी मतदाता अक्सर बिहार विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाते हैं। मई में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग और दुष्यंत गौतम, बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने NDA आउटरीच प्रोग्राम की रूपरेखा तैयार की थी। विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भगवा पार्टी बिहार जाकर मतदान करने की अपील करेग। BJP ने इस उद्देश्य के लिए देश के लगभग 150 जिलों की पहचान की है।
NDA ने राज्य से लगभग 150 नेताओं की पहचान की है। प्रवासी मतदाताओं से संपर्क करने के लिए नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। कई को प्रभारी बनाया गया है। नेताओं से देश के विभिन्न जिलों में जाकर प्रवासी बिहारियों से संपर्क करने को कहा गया है। इसके लिए बीजेपी ने पहले ही 28 राज्यों के प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के हवाले से हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी को उम्मीद है कि वे उन्हें मतदान के लिए समय पर वापस आने के लिए मना लेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसाINIAर, नेताओं को 'आम बिहारी प्रवासियों की जानकारी' शीर्षक से 14-सूत्रीय सवाल सौंपी गई है। इसमें नाम, फोन नंबर, पता, पेशा, सामाजिक कैटेगरी, विधानसभा क्षेत्र, मूल जिला और वह बीजेपी समर्थक है या नहीं तथा घर पर मतदाता का क्या प्रभाव है, जैसी जानकारियां लेनी है। कत्रित डेटा पर काम चल रहा है। अगस्त तक इसे अंतिम रूप दिए जाने के बाद इसे एक ऐप पर अपलोड किया जाएगा। सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि अगला कदम प्रवासी बिहारियों को कॉल करके यह जानना होगा कि क्या वे अपना वोट डालने के लिए वापस आएंगे।