Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनाव प्रचार जोर-शोर से चल रहा है। इस बीच मोकामा में हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद राज्य की सियासत में हलचल मची हुई है। शुक्रवार (31 अक्टूबर) को बाहुबली नेता सूरजभान सिंह ने इस घटना पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने इसे लोकतंत्र का हनन बताया और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। सूरजभान सिंह ने कहा कि यह घटना केवल स्थानीय स्तर का मामला नहीं है। बल्कि पूरी दुनिया इसे देख रही है। इससे देश और भारत के चुनाव आयोग पर सवाल खड़े हो रहे है।
उन्होंने कहा, "यह लोकतंत्र का हनन है। दुनिया देख रही है कि बिहार में चुनाव के दौरान किस तरह की घटनाएं हो रही हैं। इससे चुनाव आयोग की सबसे ज्यादा बदनामी हो रही है।" सूरजभान सिंह ने इस हत्याकांड पर रिटायर्ड जज से जांच करवाने की अपील की। उन्होंने कहा, "मैं न्यायालय और चुनाव आयोग से आग्रह करता हूं कि रिटायर्ड जज की अगुवाई में जांच कराई जाए। इससे सच्चाई सामने आ जाएगी। जो भी दोषी है, उसके खिलाफ कार्रवाई हो।"
उनका कहना है कि अगर सही जांच हो गई तो सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा और निर्दोषों पर लगे आरोप अपने आप हट जाएंगे। सूरजभान सिंह ने चुनाव आयोग की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, "एक विधानसभा में 10-15 उम्मीदवार होते हैं। चुनाव वाले दिन सैकड़ों जवान सुरक्षा में रहते हैं लेकिन उम्मीदवारों की सुरक्षा क्यों नहीं सुनिश्चित होती? आयोग को यह देखना चाहिए।" उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में कई जगह 340 से 350 तक बूथ हैं, ऐसे में उम्मीदवारों की सुरक्षा और चुनाव व्यवस्था सही ढंग से होनी चाहिए।
सूरजभान सिंह ने कहा कि लगातार हो रही हिंसक घटनाओं को देखकर आम जनता का चुनाव आयोग से भरोसा उठ रहा है। मोकामा गोलीकांड के बाद दुलारचंद यादव के समर्थकों ने बाहुबली नेता अनंत सिंह पर आरोप लगाया था। बाद में अनंत सिंह ने भी इस घटना के पीछे सूरजभान सिंह की साजिश होने का आरोप लगाया।
हालांकि, सूरजभान सिंह ने खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि मामले जांच हो। सच्चाई सामने आ जाएगी। दुलारचंद हत्याकांड के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। राजनीतिक बयानों की झड़ी लग गई। फिलहाल, इस हत्याकांड ने बिहार की सियासत में भूचाल ला दिया है। महागठबंधन और NDA एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।