Bihar Elections 2025: बिहार में दो चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। अब 14 नवंबर को होने वाली मतगणना का बेसब्री से इंतजार है। इस बीच विभिन्न मीडिया संस्थानों द्वारा जारी एग्जिट पोल में NDA गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है। लेकिन RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) प्रमुख तेज प्रताप यादव ने एग्जिट पोल के अनुमानों को सिरे से खारिज कर दिया है।
तेज प्रताप यादव ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा, "एग्जिट पोल को मैं नहीं मानता। कभी बढ़ा देते हैं, कभी घटा देते हैं। 14 तारीख को क्या होगा, ये हम अभी नहीं बता सकते है।" इसके साथ तेज प्रताप ने भरोसा जताया कि वे अपनी सीट महुआ से जीत दर्ज करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी जश्न की तैयारी में नहीं पड़ना है। बल्कि वे काम करने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं महुआ सीट जीत रहा हूं। जश्न की तैयारी मैं नहीं करता… काम की तैयारी करता हूं।"
तेज प्रताप RJD से निष्कासित होने के बाद अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाकर चुनाव मैदान में उतरे। महुआ में उनका मुकाबला RJD प्रत्याशी मुकेश रोशन से है, जहां दोनों भाइयों, तेजस्वी और तेज प्रताप की पार्टियां आमने-सामने हैं। तेजस्वी यादव ने भी महुआ में सभा कर RJD उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगे थे। इसके जवाब में तेज प्रताप ने राघोपुर जाकर चुनावी प्रचार किया था।
तेज प्रताप का कहना है कि उनकी पार्टी का भी अच्छा प्रदर्शन होगा। हाल ही में उन्होंने दावा किया था कि उनकी पार्टी को बिहार में 10-15 सीटें मिलेंगी। महुआ सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है, क्योंकि तेज प्रताप यहां RJD के आधिकारिक प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। बता दे कि यूट्यूब चैनल 'न्यूज पिंच' के द्वारा जारी एग्ज़िट पोल में यह सीट RJD के खाते में दिखाई गई है।
वहीं, दूसरी ओर तेज प्रताप यादव के छोटे भाई और 'महागठबंधन' के CM फेस तेजस्वी यादव ने भी एग्जिट पोल को खारिज करते हुए तंज कसा। बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल सिर्फ मानसिक दबाव बनाने की रणनीति होती है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, "अगर कोई पूछे एग्जिट पोल के सर्वे का सैंपल साइज क्या है? तो नहीं बताएंगे। ये सब PMO से और अमित शाह जी लिख कर भेजते है, वहीं मीडिया वाले चलाते है।" इसके साथ ही उन्होंने दावा किया था कि 14 नवंबर को रिजल्ट घोषित होंगे और 18 नवंबर को शपथ लेंगे।
बिहार में पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को हो चुकी है। इस बार रिकॉर्ड तोड़ मतदान दर्ज हुआ है, जिससे नतीजों को लेकर उत्सुकता और बढ़ गई है। अब सबकी निगाहें 14 नवंबर पर टिकी हैं। जब मतगणना के बाद यह साफ हो जाएगा कि बिहार की सत्ता किस गठबंधन के हाथ में जाएगी।