Bihar Election 2025 News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पड़ोसी राज्य बिहार में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी ने दावा किया है कि उसने यह फैसला सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस की सियासी साजिश की वजह से लिया है, क्योंकि 'महागठबंधन' में शामिल होने के बावजूद उसे सीटों से वंचित रखा गया। JMM के वरिष्ठ नेता सुदिव्य कुमार ने दिवाली के दिन सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी झारखंड में कांग्रेस और RJD के साथ गठबंधन की समीक्षा करेगी। फिर इस अपमान का करारा जवाब देगी।
पार्टी ने दो दिन पहले कहा था कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी। पार्टी की तरफ से कहा गया था कि वह छह विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी क्योंकि 'महागठबंधन' में सीट बंटवारे पर बातचीत विफल हो गई है। झारखंड के पर्यटन मंत्री कुमार ने सोमवार को पीटीआई से कहा, "RJD और कांग्रेस एक राजनीतिक साजिश के तहत JMM को चुनाव लड़ने से वंचित करने के लिए जिम्मेदार हैं। JMM इसका करारा जवाब देगा। RJD एवं कांग्रेस के साथ अपने गठबंधन की समीक्षा करेगा।"
पार्टी ने शनिवार को घोषणा की थी कि वह चकाई, धमदाहा, कटोरिया, मनिहारी, जमुई और पीरपैंती सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहां 11 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होना है। इन सीटों पर नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख सोमवार थी।
कुमार ने दावा किया कि JMM ने 2015 के बिहार चुनाव में RJD की मदद की थी। उन्होंने कहा, "JMM ने 2019 के झारखंड चुनाव में RJD को सात सीटें दी थीं। उनका केवल एक उम्मीदवार जीता था जिसे झारखंड सरकार में मंत्री बनाया गया।"
कुमार ने कहा, 'बिहार विधानसभा चुनाव-2020 में RJD और कांग्रेस ने JMM को तीन सीटें देने का आश्वासन दिया था। लेकिन बाद में उन्होंने हमें धोखा देते हुए आपस में सीटें बांट लीं। पिछले साल झारखंड चुनाव में JMM ने कांग्रेस, RJD और वाम दलों के लिए सम्मानजनक संख्या में सीटें छोड़ी थीं। लेकिन 2025 के बिहार चुनाव में पार्टी को फिर से अपमानित होना पड़ा।"
उन्होंने बिहार में 'महागठबंधन' के प्रमुख दलों द्वारा रची गई 'सियासी साजिश' से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। कुमार ने दावा किया, "JMM एक बड़ी ताकत है और देश में आदिवासियों की एक मजबूत आवाज है। इस विश्वासघात को भुलाया नहीं जाएगा।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बिहार में JMM के हितों के लिए लड़ना चाहिए था। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। कुमार ने बताया कि JMM नेतृत्व ने 7 अक्टूबर को राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ सीट बंटवारे पर लंबी चर्चा की थी। उन्होंने कहा, "हमें बताया गया था कि हेमंत सोरेन के साथ चर्चा के बाद सीटों पर लास्ट फैसला लिया जाएगा।"