Bihar Election:बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार मंगलवार (4 नवंबर) शाम को समाप्त हो गया। छह नवंबर को 121 सीटों के लिए मतदान होगा। राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे। जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी 
Bihar Election Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो चुका है। राज्य की कुल 243 विधानसभा सीटों पर मतदान दो चरणों में होगा। पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर को है। मंगलवार को पहले चरण के चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था। इस समय बिहार में राजनीतिक माहौल गर्म है। सभी बड़े दल बीजेपी, जेडीयू, राजद, कांग्रेस सहित अन्य अपने नेताओं के साथ जनता तक अपनी बात पहुंचाने में ज
Bihar Election Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो चुका है। राज्य की कुल 243 विधानसभा सीटों पर मतदान दो चरणों में होगा। पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर को है। मंगलवार को पहले चरण के चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था। इस समय बिहार में राजनीतिक माहौल गर्म है। सभी बड़े दल बीजेपी, जेडीयू, राजद, कांग्रेस सहित अन्य अपने नेताओं के साथ जनता तक अपनी बात पहुंचाने में जुटे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस दौरान पूर्वी चंपारण के पिपरा विधानसभा क्षेत्र के चकिया में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने सभा को याद दिलाया कि बिहार ने लालू राबड़ी के “जंगल राज” को भलीभांति देखा है और अब लोग फिर से उसी ओर लौटने नहीं देंगे। अमित शाह ने लोगों से अपील की कि वे 6 और 11 नवंबर को EVM का बटन इतनी मजबूती से दबाएं कि वोट की गूंज इटली तक सुनाई दे।
इसके अलावा, उन्होंने सोनिया गांधी और लालू यादव पर भी निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि एक व्यक्ति अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है और दूसरा अपने बेटे को प्रधानमंत्री, लेकिन पटना में मुख्यमंत्री की कुर्सी खाली नहीं है और दिल्ली में प्रधानमंत्री का पद भी। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार की जनता अब जंगलराज की राजनीति को नहीं स्वीकार करेगी।
गृह मंत्री ने चुनावी सभा में ये भी कहा कि इस बार बिहार में फिर से एनडीए की सरकार प्रचंड बहुमत के साथ बनने जा रही है। उन्होंने जनता से सीधे संवाद करते हुए कहा कि विकास और सुशासन के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है और हर मतदाता को अपनी जिम्मेदारी समझकर मतदान करना चाहिए। अमित शाह का ये भाषण बिहार में चुनावी माहौल को और रोमांचक बना रहा है, और सभी राजनीतिक दल अपने अपने चुनावी अभियानों में जुटे हैं।
सभी बड़े नेताओं के बिहार दौरे, रोड शो और जनसभाएं राज्य में चुनावी गर्मी को चरम पर ले आ रही हैं। अब ये देखना बाकी है कि 6 और 11 नवंबर को जनता किस पार्टी के पक्ष में अपनी ताकत दिखाती है और बिहार की सत्ता में बदलाव किसके हाथ आता है।