Bihar Election 2025: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार (13 अक्टूबर) को दिल्ली में बिहार विधानसभा चुनाव और सीटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए केसी वेणुगोपाल, बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम सहित शीर्ष कांग्रेस नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह मीटिंग विपक्षी 'महागठबंधन' की सीटों के बंटवारे की योजना की संभावित घोषणा से पहले हो रही है।
खबरों के अनुसार, तेजस्वी और RJD के रणनीतिकार संजय यादव सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात करेंगे। इस चर्चा से बिहार में चुनावी रणभूमि को महत्वपूर्ण रूप से आकार मिलने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि बिहार में विपक्षी महागठबंधन अगले कुछ दिनों में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे सकता है।
सूत्रों ने बताया कि संयुक्त घोषणापत्र के साथ अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकता है। शीर्ष सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच बातचीत जारी है। सोमवार शाम तक राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच बैठक हो सकती है। RJD प्रमुख लालू प्रसाद और पार्टी नेता तेजस्वी यादव फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी में हैं।
सीट बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर लालू प्रसाद ने कहा कि गठबंधन के सहयोगियों के बीच बातचीत हो रही है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, "गठबंधन की बैठक हो रही है। बातचीत जारी है।" कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीटीआई से कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष बिहार में सभी गठबंधन सहयोगियों से बात कर रहे हैं। उन कुछ सीट पर उम्मीदवारों के चयन के लिए अंतिम चर्चा जारी है, जहां कांग्रेस और कुछ अन्य दल अपनी स्थिति मजबूत मानते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पिछले दो दिन से बिहार में सभी नेताओं से बात कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि RJD और कांग्रेस के नेतृत्व के बीच भी बातचीत जारी है। दोनों मुख्य दलों के नेता सोमवार तक मुलाकात भी कर सकते हैं। सीट बंटवारे की घोषणा में देरी पर रमेश ने कहा, "हमें 'महागठबंधन' में कुछ नए सहयोगियों को शामिल करना होगा। सीट बंटवारे में भी उन्हें समायोजित करना होगा।"
रमेश ने आगे कहा, "हमें उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिन में सभी सीट पर अंतिम फैसला हो जाएगा। फिर इसकी घोषणा कर दी जाएगी।" इस बार कांग्रेस कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी, इस बारे में पूछे जाने पर रमेश ने कहा, "50 से 100 के बीच में।" हालांकि, सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस को 50 से अधिक लेकिन 70 से कम सीट मिलेंगी, जिन पर कांग्रेस ने पिछली बार बिहार में चुनाव लड़ा था।
रमेश ने कहा, "कांग्रेस को सम्मानजनक और स्वीकार्य संख्या में सीट मिलने की संभावना है।" बिहार में विपक्षी महागठबंधन की चुनावी संभावनाओं के बारे में रमेश ने कहा, "बिहार में बदलाव की इच्छा है और कांग्रेस द्वारा जारी आरोप-पत्र को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।"
NDA शासन के खिलाफ BJP के 'जंगलराज' के आरोपों पर उन्होंने कहा कि लोग आज की मौजूदा स्थिति के बारे में चिंतित हैं, न कि 20 साल पहले क्या हुआ था, इसके बारे में। कांग्रेस नेता ने कहा, "लोग जानते हैं कि नीतीश कुमार का नियंत्रण नहीं है और वह अब केवल एक चेहरा हैं। वह मुख्यमंत्री के रूप में वापसी नहीं करने वाले हैं और वह 20 साल पहले जैसे नहीं हैं।" उन्होंने BJP पर बिहार में भी ध्रुवीकरण में लिप्त होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि नौकरशाही वर्तमान में बिहार सरकार चला रही है। ऐसी प्रबल भावना है कि नीतीश कुमार वहां तो हैं, लेकिन नियंत्रण में नहीं हैं। पार्टी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस NDA के विमर्श और रियायतों का मुकाबला करने के लिए कुछ योजनाओं की घोषणा करने पर काम कर रही है। जल्द ही उनकी घोषणा होने की संभावना है।
'वोट चोरी' अभियान के अलावा, कांग्रेस अति पिछड़े वर्गों पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीट पर चुनाव लड़ा था। इसमें 19 पर जीत हासिल की थी। जबकि RJD ने 144 सीट पर चुनाव लड़ा था और 243 सदस्यीय विधानसभा में 75 सीट हासिल की थी। बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में छह और 11 नवंबर को होने हैं और मतगणना 14 नवंबर को होगी।