बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक हलचल तेज होती जा रही है। हर पार्टी अपनी-अपनी रणनीति बना रही है और सीटों पर दावा ठोक रही है। इसी कड़ी में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) ने औरंगाबाद जिले की दो विधानसभा सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है।
रविवार को औरंगाबाद पहुंचे हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि कुटुंबा विधानसभा सीट HAM पार्टी की पारंपरिक सीट है। पिछली बार भले ही उम्मीदवार श्रवण भुइयां चुनाव हार गए थे, लेकिन जनता के बीच पार्टी का जनाधार आज भी मजबूत है।
संतोष सुमन ने बताया कि पार्टी के कई कार्यकर्ता आगामी चुनाव लड़ना चाहते हैं। कार्यकर्ताओं की मांग है कि कुटुंबा के साथ-साथ औरंगाबाद जिले की एक और विधानसभा सीट HAM पार्टी के खाते में जानी चाहिए। हालांकि दूसरी सीट का नाम उन्होंने स्पष्ट नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान किया जाएगा और एनडीए गठबंधन में उनकी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की कोशिश की जाएगी।
मंत्री सुमन ने कहा कि अगले महीने एनडीए की बैठक होगी जिसमें हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा अपनी मांगों को सामने रखेगी। उन्होंने कहा कि एनडीए की मजबूती हर सहयोगी दल की मजबूती से आती है, इसलिए सभी दलों की उचित हिस्सेदारी तय होना जरूरी है।
संतोष सुमन ने इस दौरान विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को विकास की राह पर खड़ा किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में लगातार काम हो रहा है। ऐसे में विपक्ष सिर्फ बयानबाजी कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है।
हम प्रमुख ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी गरीबों, दलितों और वंचितों की आवाज उठाने के लिए बनी थी और आगे भी यही मकसद रहेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बूथ स्तर तक अपनी पकड़ मजबूत करें और जनता से सीधे जुड़ें।
गौरतलब है कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का कुटुंबा सीट पर हमेशा से प्रभाव रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व में पार्टी ने कई बार इस सीट पर अपनी पकड़ मजबूत की है। अब जबकि विधानसभा चुनाव करीब है, ऐसे में हम पार्टी ने एक बार फिर से औरंगाबाद में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।