बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मोकामा में लालू यादव के सहयोगी माने जाने वाले दुलारचंद यादव की हत्या के बाद सियासत गरमा गई है। शुक्रवार (31 अक्टूबर) को पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान NDA नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस घटना पर बड़ा बयान दिया और सीधे तौर पर RJD पर आरोप लगा दिया।
मांझी ने कहा कि मोकामा की घटना जानबूझकर रची गई साजिश है। उन्होंने दावा किया कि RJD से जुड़े लोग लगातार हिंसा फैला रहे हैं। उन्होंने बताया कि, "हम समझते है कि जानबूझकर राजद के लोग ऐसा कर रहे है। हमारे टिकारी के प्रत्याशी पर हमला हुआ, 8–10 गाड़ियां तोड़ दी गईं। अतरी के उम्मीदवार की प्रचार गाड़ी को रोककर उनके कार्यकर्ताओं को पीटा गया। यह सब RJD के उद्दंड लोगों की हरकत है।"
लॉ एंड ऑर्डर फेल नहीं, कार्रवाई होगी: मांझी
विपक्ष लगातार बिहार में कानून–व्यवस्था फेल होने का आरोप लगा रहा है, जिस पर जीतन राम मांझी ने कहा कि कानून–व्यवस्था पूरी तरह सामान्य है और पुलिस मामले पर कार्रवाई कर रही है। मांझी बोले, "यह लॉ एंड ऑर्डर फेलियर नहीं है। इस घटना पर कार्रवाई होगी, आदेश दे दिया गया है।"
तेजस्वी को सवाल पूछने का अधिकार नहीं: जीतन राम मांझी
मोकामा मर्डर केस पर तेजस्वी यादव ने राज्य की कानून- व्यवस्था पर सवाल उठाया था और कहा था कि क्या यह 'जंगलराज' नहीं है। इस पर मांझी ने पलटवार करते हुए कहा, "तेजस्वी यादव को जंगलराज पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। यहां किडनैपिंग नहीं होता, न ही फिरौती का कारोबार होता है।"
गुरुवार (30 अक्टूबर) को मोकामा में जन सुराज उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार कर रहे दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था। दुलारचंद के समर्थकों ने इस हत्या के लिए बाहुबली अनंत सिंह को जिम्मेदार बताया था।
हालांकि, अनंत सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि यह हत्या उनकी साजिश नहीं, बल्कि सूरजभान सिंह की प्लानिंग है। अनंत सिंह ने दावा किया, "हम पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। यह पूरा खेल सूरजभान सिंह का है, ताकि क्षेत्र में तनाव हो और वोटों का बंटवारा हो।"
मोकामा कांड के बाद विपक्ष लगातार NDA को निशाने पर ले रहा है, वहीं NDA नेताओं का कहना है कि यह साजिश RJD की है, जिससे माहौल बिगाड़ा जा सके और चुनाव प्रभावित हों। इस मामले ने चुनावी मैदान का तापमान और बढ़ा दिया है। दोनों पक्ष एक–दूसरे पर हमला कर रहे हैं और मोकामा का मुद्दा तेज़ी से बड़ा राजनीतिक विवाद बनता जा रहा है।
बिहार में अगले सप्ताह चुनाव हैं, ऐसे में मोकामा हत्याकांड और उस पर नेताओं के बयान चुनावी माहौल को और गर्म करने वाले हैं।