Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में आज मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित भीमबांध क्षेत्र में एक ऐतिहासिक घटना हुई। यहां के स्थानीय निवासियों ने 20 साल में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुरक्षा कारणों से दो दशकों से इस क्षेत्र में मतदान नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब 20 साल बाद विधानसभा चुनाव का शांतिपूर्ण संचालन नक्सली प्रभाव को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी जीत और लोकतंत्र की बहाली के रूप में देखा जा रहा है।
भीमबांध में 20 साल बाद क्यों शुरू हुई वोटिंग?
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि यह बूथ संख्या 310 है, जहां 20 साल बाद मतदान हो रहा है। उन्होंने कहा, 'कुछ साल पहले एक अप्रिय घटना घटी थी, जिसके कारण यहां मतदान रुक गया था। हमने इस जगह का दौरा किया और मतदाताओं को आश्वस्त किया कि वे बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से आकर वोट डाल सकते हैं। हमने लोगों को मतदान के लिए जागरूक भी किया।'
उत्साहित दिखे स्थानीय लोग
भीमबांध के स्थानीय निवासी इस मौके पर बेहद उत्साहित दिखे। एक ग्रामीण ने कहा, 'मुझे बहुत खुशी है कि मैंने यहां पहली बार वोट डाला है... 18 साल की उम्र पूरी करने के बावजूद मैं वोट नहीं दे पाया था, क्योंकि हमें इसके लिए जंगल पार करना पड़ता था। जंगल पार करना जोखिम भरा था।' ग्रामीण ने उम्मीद जताई कि, 'हमें वोट देने का मौका मिला... हमें उम्मीद है कि सरकार कुछ बदलाव लाएगी और युवाओं के लिए कुछ करेगी।'
11 बजे तक पहले चरण के मतदान का हाल
पूरे बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान का प्रतिशत भी उत्साहजनक रहा। चुनाव आयोग के नवीनतम अपडेट के अनुसार:
कुल मतदान: सुबह 11 बजे तक 27.65% मतदान दर्ज किया गया।
शुरुआती रुझान: सुबह 9 बजे तक 3.75 करोड़ मतदाताओं में से 13.13 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
मतदान करने वाले दिग्गज: इस चरण में सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, INDIA ब्लॉक के CM उम्मीदवार तेजस्वी यादव, VIP प्रमुख मुकेश सहनी, और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह तथा राजीव रंजन सिंह 'ललन' जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी मतदान किया।