बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सीट बंटवारे को लेकर जहां महागठबंधन के अंदर अब तक सहमति नहीं बन पाई है, वहीं CPI (ML) ने मंगलवार (14 अक्टूबर) को अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। गठबंधन में शामिल अन्य दलों, RJD, कांग्रेस, VIP और झामुमो (JMM), के बीच अभी बातचीत चल रही है, लेकिन माले ने रणनीतिक बढ़त लेते हुए अपनी 18 सीटों की सूची सार्वजनिक कर दी है।
CPI (ML) के राज्य कार्यालय सचिव परवेज अहमद ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि, "फिलहाल जिन 18 सीटों पर पार्टी का दावा पक्का है, उनकी सूची जारी कर दी गई है। शेष सीटों को लेकर महागठबंधन के अन्य घटक दलों से बातचीत जारी है।" माले का यह कदम गठबंधन के भीतर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय होने से पहले उम्मीदवारों की घोषणा करना इस बात का संकेत है कि पार्टी इस चुनाव में अपने जनाधार वाले इलाकों में किसी भी तरह से पीछे हटने को तैयार नहीं है।
जारी की गई 18 सीटों की लिस्ट
CPI (ML) ने जिन 18 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, उनमें अधिकतर वही क्षेत्र शामिल हैं जहां पार्टी का पुराना प्रभाव रहा है और पिछली बार उसे अच्छी सफलता मिली थी।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि माले का यह कदम महागठबंधन के भीतर असमंजस की स्थिति को और बढ़ा सकता है। RJD और कांग्रेस पहले से ही सीट बंटवारे को लेकर सक्रिय हैं, जबकि माले ने अपनी परंपरागत सीटों पर दावा ठोककर यह साफ कर दिया है कि वह इस बार किसी समझौते के मूड में नहीं है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, माले इस बार कम से कम 25 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पिछले चुनाव में भी माले को जिन इलाकों में सफलता मिली थी, उनमें आरा, तरारी, अगिआंव, पालीगंज और दरौली जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
महागठबंधन के अन्य दलों में जहां सीटों को लेकर मंथन जारी है, वहीं माले की इस घोषणा से चुनावी गतिविधियां और तेज हो गई हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि RJD और कांग्रेस अपनी सीटों की लिस्ट कब जारी करते हैं और गठबंधन के भीतर अंतिम समझौता कब तक हो पाता है।