किसी की भी हो सरकार, CM सिर्फ नीतीश कुमार! 9 बार लगातार कब-कब ली शपथ, 10वीं बार फिर संभालेंगे कुर्सी

BJP के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा एक बार फिर डिप्टी CM पद की शपथ लेंगे। JDU नीतीश कुमार को, तो BJP ने सम्राट चौधरी को अपने विधायक दल का नेता चुना है। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की भारी जीत के बाद, उनका 10वां शपथ ग्रहण 20 नवंबर, 2025 को होगा। इसस पहले नीतीश नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, आइए डालते हैं एक नजर

अपडेटेड Nov 19, 2025 पर 1:41 PM
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Nitish Kumar:9 बार लगातार कब-कब ली शपथ, 10वीं बार फिर संभालेंगे कुर्सी

नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं। ये 10वीं बार है, जब नीतीश फिर से सत्ता के शीर्ष पर काबिज होंगे। 20 नवंबर, 2025 को उनका 10वें कार्यकाल आगाज होगा। पटना के गांधी मैदान में सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। यह एक भव्य समारोह होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई शीर्ष नेता शामिल होंगे। उनके साथ ही BJP के कोटे से दो उपमुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे।

BJP के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा एक बार फिर डिप्टी CM पद की शपथ लेंगे। JDU नीतीश कुमार को, तो BJP ने सम्राट चौधरी को अपने विधायक दल का नेता चुना है।

बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की भारी जीत के बाद, उनका 10वां शपथ ग्रहण 20 नवंबर, 2025 को होगा। इसस पहले नीतीश नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, आइए डालते हैं एक नजर-


पहला शपथ ग्रहण: 3 मार्च 2000

2000 विधानसभा चुनाव में न RJD और न ही NDA को स्पष्ट बहुमत मिला। इसके बावजूद राज्यपाल ने नीतीश कुमार (समता पार्टी–NDA) को सरकार बनाने के लिए बुलाया।​ उन्होंने 3 मार्च 2000 को पहली मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, विश्वास मत से पहले ही बहुमत साबित न कर पाने की स्थिति में उन्होंने 10 मार्च 2000 को इस्तीफा दे दिया। ये सरकार सिर्फ 7 दिन चली।​

दूसरा शपथ ग्रहण: 24 नवंबर 2005​

फरवरी 2005 के हंग असेंबली के बाद अक्टूबर-नवंबर में दोबारा चुनाव हुए। इन चुनावों में NDA- JDU+BJP को साफ बहुमत मिला।​ 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक पहली फुल-टर्म NDA सरकार रही। नीतीश की ‘सुशासन बाबू’ और कानून-व्यवस्था में सुधार की छवि इसी दौर में बनी।​

तीसरा शपथ ग्रहण: 26 नवंबर 2010​

2010 विधानसभा चुनाव में JDU-BJP गठबंधन ने भारी बहुमत से जीत हासिल की, नीतीश ने लगातार दूसरी बार NDA सरकार बनाई।​ हालांकि, 17 मई 2014 को लोकसभा में JDU के बेहद खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए CM पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में जीतन राम मांझी CM बने।​

चौथा शपथ ग्रहण: 22 फरवरी 2015​

2014 में मांझी को CM बनाने के बाद JD(U) में टकराव बढ़ा। पार्टी ने नीतीश को फिर नेता चुना, तब मांझी हटे और नीतीश ने दुबारा शपथ ली।​ यह शपथ 2015 विधानसभा चुनाव से पहले, एक तरह नीतीश की ‘वापसी’ के रूप में देखी गई।​

पांचवां शपथ ग्रहण: 20 नवंबर 2015

2015 के चुनाव में महागठबंधन (JDU+RJD+Congress) को भारी बहुमत मिला। नीतीश ने 20 नवंबर को CM पद की शपथ पांचवीं बार ली। तब उनके साथ तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने।​ यह चरण ‘भाजपा-विरोधी’ महागठबंधन और तेजस्वी के उभार का दौर था।​

छठा शपथ ग्रहण: 27 जुलाई 2017​

RJD पर भ्रष्टाचार के आरोपों और डिप्टी CM तेजस्वी पर FIR को लेकर हुई तनातनी के बीच 26 जुलाई 2017 को नीतीश ने बीच में ही महागठबंधन सरकार से इस्तीफा दे दिया।​ इसके अगले ही दिन 27 जुलाई को BJP के समर्थन से NDA सरकार बनाकर उन्होंने छठी बार CM पद की शपथ ली।​

सातवां शपथ ग्रहण: 16 नवंबर 2020​

2020 विधानसभा चुनाव में NDA (BJP+JDU+सहयोगी) ने 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया। हालांकि, तब RJD सबसे बड़ी पार्टी रही, लेकिन NDA गठबंधन संख्या में आगे रहा।​ इस बार JDU की सीटें घटीं और BJP दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, फिर भी NDA ने नीतीश को चेहरा बनाए रखा और इस तरह उन्होंने 7वीं बार शपथ ली।​

आठवां शपथ ग्रहण: 10 अगस्त 2022

9 अगस्त 2022 को नीतीश ने फिर NDA (BJP) से रिश्ता तोड़कर महागठबंधन के साथ हाथ मिला लिया।​ 10 अगस्त 2022 को उन्होंने महागठबंधन सरकार के नेता के रूप में 8वीं बार CM पद की शपथ ली और एक बार फिर तेजस्वी यादव उनके डिप्टी बने।​

नौवां शपथ ग्रहण: 28 जनवरी 2024.

जनवरी 2024 में नीतीश ने महागठबंधन और INDIA ब्लॉक से नाराज होकर इस्तीफा दिया और दोबारा BJP के नेतृत्व वाले NDA में लौट गए।​ 28 जनवरी 2024 को राजभवन, पटना में उन्होंने 9वीं बार CM की शपथ ली। इस बार BJP के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, दो उपमुख्यमंत्री बने।

इससे पता चलता है कि नीतीश कुमार बिहार के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन्होंने पिछले 25 सालों में बिहार में बदलते राजनीतिक गठबंधनों और चुनाव परिणामों के बावजूद कई कार्यकाल पूरे किए हैं। नीतीश कुमार के लिए एक वाक्य जो हमेशा कहा जाता है- सरकार कोई भी, CM नीतीश कुमार ही।

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