एग्जिट पोल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की जीत के अनुमान के बीच, गुरुवार को पार्टी कार्यालय के बाहर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर लगे, जिन पर "टाइगर अभी जिंदा है" का नारा लिखा था। यह कदम बहुप्रतीक्षित बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों से ठीक एक दिन पहले उठाया गया है। बिहार के पूर्व मंत्री और जेडी(यू) नेता रंजीत सिन्हा ने एक पोस्टर जारी किया, जिसमें नीतीश कुमार को "दलितों, महादलितों, पिछड़ों, सवर्णों और अल्पसंख्यकों का रक्षक" बताया गया है, और साथ ही एक बोल्ड टैगलाइन भी दी गई है - "टाइगर अभी जिंदा है।"
यह पोस्टर उन पार्टी कार्यकर्ताओं की आकांक्षाओं को दर्शाता है, जो नीतीश कुमार को चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा में देरी के लिए एनडीए को विपक्षी महागठबंधन की लगातार आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के पहले के बयानों का हवाला देते हुए, राजद नेता और विपक्ष के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बार-बार जोर देकर कहा है कि एनडीए सरकार बनाने पर भी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में वापस नहीं आएंगे।
हालांकि, कई NDA नेताओं सहित बीजेपी के सदस्य यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह गठबंधन 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहा है।
बिहार में अपने प्रचार अभियान के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ताधारी एनडीए के नेता के रूप में नीतीश कुमार के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि की। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी आश्वासन दिया कि भाजपा नीतीश के नेतृत्व में सरकार बनाएगी।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों के लिए मतदान 11 नवंबर को संपन्न हुआ और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।