Patna Metro: पटना में मेट्रो का इंतजार आखिरकार खत्म होने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल ISBT से भूतनाथ तक पहले फेज की मेट्रो का उद्घाटन करेंगे। यह मेट्रो सेवा 4.3 किलोमीटर के रूट पर चलेगी, जो तीन स्टेशनों ISBT, जीरो माइल और भूतनाथ को कवर करेगी। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (PMRC) ने परिचालन की अंतिम तैयारी पूरी कर ली है। उद्घाटन के साथ ही मुख्यमंत्री कॉरिडोर वन के तहत पटना जंक्शन सहित छह अंडरग्राउंड स्टेशनों और 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे।
उद्घाटन के लिए मेट्रो के कोच को मधुबनी पेंटिंग से खास तौर पर सजाया गया है, जो बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है। कोचों में गेट, खिड़कियों और अंदरूनी हिस्सों पर गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप और नालंदा के खंडहर जैसे बिहार के पर्यटक आकर्षणों के स्टिकर लगाए गए हैं।
पहले फेज के मेट्रो का किराया, सेफ्टी और स्पीड सहित पूरी डिटेल्स
मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) जनक कुमार गर्ग पहले ही परिचालन को हरी झंडी दे चुके हैं। शुरुआत में मेट्रो की अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। उन्होंने बताया कि न्यू ISBT से जीरो माइल तक का किराया ₹15 होगा, वहीं न्यू ISBT से भूतनाथ स्टेशन का किराया ₹30 होगा। यानी पटना मेट्रो का न्यूनतम किराया ₹15 होगा।
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर मेट्रो कोच में 360-डिग्री CCTV कैमरे लगाए गए हैं। आपातकाल के लिए दो इमरजेंसी बटन और माइक्रोफोन की सुविधा है। आपात स्थिति में बटन दबाने पर यात्री सीधे ड्राइवर से बात कर सकेंगे, और CCTV फुटेज भी कंट्रोल रूम में भेजी जाएगी। प्रत्येक कोच में 138 सीटें हैं और उसमें 945 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते है।
अंडरग्राउंड स्टेशनों और सुरंग का निर्माण
मुख्यमंत्री कॉरिडोर वन के तहत छह भूमिगत स्टेशनों और 9.35 किलोमीटर की सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे। इस कॉरिडोर में पटना जंक्शन से रुकनपुरा और मीठापुर तक 9.35 किमी लंबी सुरंग शामिल है, जिसकी कुल लागत ₹2,565.80 करोड़ है। निर्माण कार्य 42 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। निर्माण के फेज वन में रुकनपुरा, राजा बाजार और चिड़ियाघर स्टेशन, साथ ही पाटलिपुत्र एलिवेटेड स्टेशन के बाद रुकनपुरा रैंप शामिल है, जिसकी लागत ₹1,147.50 करोड़ है। वहीं फेज दो में विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन स्टेशन, साथ ही विकास भवन से मीठापुर तक सुरंग का निर्माण शामिल है, जिसकी लागत ₹1,418.30 करोड़ है।