Prashant Kishor: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मतदाताओं से बड़ा वादा किया है। उन्होंने शनिवार को सीतामढ़ी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी बिहार में सत्ता में आती है, तो लोगों को रोजगार के लिए राज्य से बाहर पलायन नहीं करना पड़ेगा। पीके ने दावा किया कि जन सुराज बिहार के भीतर ही सभी के लिए रोजगार के अवसर सुनिश्चित करेगा।
पलायन खत्म करने का लिया संकल्प
प्रशांत किशोर ने भावनात्मक अपील करते हुए छठ जैसे त्योहारों के दौरान होने वाले पलायन के मुद्दे को उठाया, जो बिहार की एक बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा, 'अगर आप जन सुराज को वोट देते हैं, तो छठ के लिए घर आए सभी लोग फिर कभी रोजगार के लिए बिहार से बाहर नहीं जाएंगे। बिहार का युवा बिहार में ही रोजगार चाहता है। बिहार में लोगों की सरकार बनने जा रही है।'
'जन सुराज की जन्मभूमि है सीतामढ़ी'
प्रशांत किशोर ने सीतामढ़ी को अपने आंदोलन का जन्मस्थान बताया, जहां से उन्होंने तीन साल पहले अपनी यात्रा शुरू की थी। उन्होंने कहा, 'यह जन सुराज की जन्मभूमि है, जहां 3.5 साल पहले पार्टी अस्तित्व में आई थी। हमने संकल्प लिया था कि हम बिहार के लोगों की राजनीतिक बंधुआ मजदूरी को समाप्त करेंगे, जहां उन्हें लालू के डर से BJP को वोट देना पड़ता है।' उन्होंने मतदाताओं से कहा कि आने वाले 10-15 दिनों में उन्हें फैसला करना है कि वे मौजूदा व्यवस्था को जारी रखना चाहते हैं या बदलाव लाना चाहते हैं।
गोपालगंज में प्रत्याशी के नामांकन वापस लेने के बाद जन सुराज ने चला नया दांव
चुनावी समीकरणों के बीच जन सुराज ने गोपालगंज सीट पर एक बड़ा दांव चला है।शुक्रवार को गोपालगंज के निर्दलीय उम्मीदवार अनूप कुमार श्रीवास्तव औपचारिक रूप से प्रशांत किशोर की उपस्थिति में जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए। यह कदम तब आया जब जन सुराज के उम्मीदवार शशि शेखर सिन्हा ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। अब पार्टी ने इस चुनाव में श्रीवास्तव को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे, जिसके नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस बार मुख्य मुकाबला NDA और महागठबंधन के बीच है, लेकिन प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी सभी 243 सीटों पर उतरकर खुद को एक तीसरे विकल्प के तौर पर स्थापित करने की कोशिश कर रही है।