Bihar Election 2025: भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को अपने 18 उम्मीदवारों की तीसरी और अंतिम सूची जारी कर दी है। इसके साथ ही NDA सीट-बंटवारे समझौते के तहत आवंटित अपनी सभी 101 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों ऐलान हो चुका है। इस लिस्ट में सबसे महत्वपूर्ण नाम सतीश कुमार यादव का है, जिन्हें RJD के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ हाई-प्रोफाइल राघोपुर सीट से मैदान में उतारा गया है। आईए आपको बताते हैं कौन हैं सतीश कुमार यादव और राघोपुर से क्यों उन्हें ही दिया गया टिकट।
राघोपुर में राबड़ी देवी को मात दे चुके हैं सतीश कुमार यादव
सतीश कुमार यादव 'यदुवंशी' समुदाय से आते हैं और बिहार की राजनीति में एक प्रमुख चेहरे के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत RJD से की थी, लेकिन 2005 में वह नीतीश कुमार की JDU में शामिल हो गए। 2005 में राघोपुर सीट से उनका पहला चुनाव खत्म तो हार से हुआ, लेकिन 2010 में उन्होंने RJD की दिग्गज नेता राबड़ी देवी को 13,006 वोटों के बड़े अंतर से हराकर राजनीतिक उलटफेर कर दिया था। उस चुनाव में सतीश कुमार ने 64,222 वोट हासिल किए थे, जबकि राबड़ी देवी को 51,216 वोट मिले थे।
हालांकि, 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्हें तेजस्वी यादव से हार का सामना करना पड़ा था। कुल मिलाकर उनकी सियासी यात्रा और यादव समुदाय में उनकी पकड़ उन्हें BJP के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती है।
लालू परिवार के गढ़ राघोपुर में कैसा है समीकरण?
वैशाली जिले में स्थित राघोपुर, बिहार के सबसे हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है, जिसने कई मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दिए हैं। इस सीट पर लालू प्रसाद यादव ने 1995 और 2000 में जीत दर्ज की थी, राबड़ी देवी ने तीन बार जीत हासिल की, और तेजस्वी यादव 2015 से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। राघोपुर की जनसांख्यिकी यादव समुदाय के पक्ष में है, जिनकी आबादी लगभग 31% है। यादवों के साथ-साथ, राजपूत समुदाय का भी यहां काफी प्रभाव है। सतीश कुमार यादव की उम्मीदवारी से राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव के साथ एक हाई-वोल्टेज मुकाबला देखने को मिलेगा।