Atal Canteen in Delhi: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार (15 अगस्त) को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के लिए एक बड़ी घोषणा की। सभी को किफायती भोजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ने एक 'अटल कैंटीन' योजना शुरू करने की घोषणा की। यहां जरूरतमंदों को सिर्फ 5 रुपये में भरपेट खाना मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की गरीब बस्तियों, श्रमिकों और झुग्गियों में रहने वाले लोगों के लिए पांच रुपये प्रति प्लेट की दर से भोजन उपलब्ध कराने के लिए 'अटल कैंटीन' अगले महीने से खुल सकती हैं।
79वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, "हम दिल्ली में अटल कैंटीन खोलने जा रहे हैं, जहां ₹5 में श्रमिक भाइयों को पेट भर खाना मिलेगा।" 'हिंदुस्तान' की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी में पहले चरण में 100 अटल कैंटीन खुलेंगी। इसके बाद इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने आगे कहा, "मैं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। स्वतंत्रता दिवस का यह उत्सव आने वाले भारत में नए आयाम, नए अध्याय जोड़े और हम सभी भारतीय मिलकर अपने भारत को आगे ले जाएं और इसे विश्वगुरु बनाएं।"
मुख्यमंत्री ने छत्रसाल स्टेडियम में अपना पहला स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया। उन्होंने अपने संबोधन के बाद तेज बारिश के बीच स्कूली बच्चों से मुलाकात की। गुप्ता ने बच्चों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं और परेड प्रतिभागियों और सुरक्षाकर्मियों से हाथ मिलाया।
पीटीआई उन्होंने कहा, "मेरे पास आपके साथ शेयर करने के लिए बहुत कुछ है। लेकिन तेज बारिश हो रही है और बच्चे अभी भी उसमें बहादुरी से बैठे हैं।" मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि वे परेड में भाग लेने वालों की इस बात के लिए सराहना करें कि उन्होंने कार्यक्रम के दौरान भारी बारिश से बचने की कोशिश नहीं की।
अपने भाषण में गुप्ता ने यमुना नदी के पुनरुद्धार, विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण, शहर को गंदगी, भ्रष्टाचार और लालफीताशाही से मुक्त करने और जरूरतमंदों के लिए पांच रुपये में भोजन मुहैया करने वाली 'अटल कैंटीन' शुरू करने का संकल्प लिया।
उन्होंने 'गिग वर्कर्स' के लिए एक कल्याण बोर्ड की भी घोषणा की और हर झुग्गी-झोपड़ी निवासी को एक 'पक्का' घर देने का वादा किया। गुप्ता ने कहा, "मैं अपने बहादुर सैनिकों, बच्चों, यहां मौजूद भाइयों और बहनों के प्रति हार्दिक सम्मान व्यक्त करना चाहती हूं, जिन्होंने इस भारी बारिश में भी इतनी ताकत और समर्पण प्रदर्शित किया।"