Amit Shah Visit Poonch: जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकी मामलों के सिलसिले में शुक्रवार (30 मई) को घाटी में कई स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी बडगाम, पुलवामा, अवंतीपुरा, कुपवाड़ा, शोपियां और श्रीनगर जिलों में की गई। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान कुछ संदिग्धों को उस खास एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हुए पाया गया जिसका इस्तेमाल आतंकवादी और सीमा पार मौजूद उनके आका करते हैं।
'एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्लीकेशन' एक ऐसा ऐप होता है जो मैसेज को एक विशेष कोड में बदल देता है ताकि कोई तीसरा व्यक्ति उन्हें न पढ़ सके। अधिकारियों ने कहा, "ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल करने वाले इन लोगों के सीमा पार संदिग्ध संस्थाओं के संपर्क में होने का संदेह है।"
रिपोर्ट में काउंटर-इंटेलिजेंस कश्मीर द्वारा जारी एक बयान का हवाला देते हुए कहा गया है कि तलाशी अभियान आतंकी संगठनों से जुड़े संदिग्धों को ट्रैक करने के लिए एक बड़ी जांच का हिस्सा थे। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पहले पुंछ में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और वार्षिक अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए गुरुवार रात जम्मू में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि शाह कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार शाम यहां पहुंचे। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद यह केंद्र शासित प्रदेश का उनका पहला दौरा है।
उन्होंने बताया कि जम्मू क्षेत्र में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान शाह पुंछ जिले का भी दौरा करेंगे, जहां सात से 10 मई तक सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी गोलाबारी एवं ड्रोन हमलों में कुल 28 लोगों की जान चली गई थी। उनमें 14 आम नागरिक थे।
अधिकारियों ने बताया कि राजभवन पहुंचने के तुरंत बाद शाह ने जम्मू-कश्मीर में समग्र स्थिति और आतंकवाद विरोधी अभियानों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। गृह मंत्री ने इस साल तीन जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। उन्हें यात्रा के लिए सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई।
जम्मू में रात्रि विश्राम के बाद अमित शाह पुंछ के लिए रवाना होंगे। वे शुक्रवार को पुंछ की अपनी यात्रा के दौरान गोलाबारी प्रभावित परिवारों से बातचीत करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि वह सिंह सभा गुरुद्वारा समेत क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का भी दौरा करेंगे। सबसे अधिक प्रभावित जिले में नुकसान का आकलन करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
मंत्री पुंछ में सीमा सुरक्षा बल (BSF) कैंप का भी दौरा करेंगे और जवानों से बातचीत करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि शाह गोलाबारी में मारे गए नागरिकों के परिजनों को नियुक्ति पत्र वितरित कर सकते हैं। यह छह अप्रैल के बाद से गृह मंत्री की जम्मू-कश्मीर की तीसरी यात्रा होगी। साथ ही भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पहली यात्रा होगी।
भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत छह मई की देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में कई आतंकवादी ढांचों को ध्वस्त कर दिया था। यह अभियान पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। छह अप्रैल को तीन दिवसीय दौरे के बाद शाह ने पहलगाम हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल को कश्मीर का दौरा किया था।