Anupam Kher: 56वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में अनुपम खेर फिल्मों से लेकर अपने एक्सपीरिएंस तक कई मुद्दों पर खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि 'हार मानना कोई ऑप्शन नहीं होता है'। वहीं उन्होंने वहां लोगों से अपनी बायोपिक का नाम सजेस्ट करने को भी कहा।
पर्सनल लाइफ पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी पहली ही फिल्म सारांश में, शूटिंग शुरू होने से पहले ही उन्हें काफी बदल दिया गया था! एक्टर ने कहा कि मैंने महीनों तक तैयारी की थी और महेश भट्ट जी से पूछा 'आपने मुझे क्यों कास्ट किया?' उन्होंने जवाब दिया 'गंजा है ना!' क्योंकि किरदार के लिए एक बूढ़े आदमी की ज़रूरत थी।
कुछ टाइम बाद, मुझे पता चला कि मेरी जगह संजीव कुमार को कास्ट कर लिया गया है। मुझे बहुत गुस्सा आया... मैंने महेश भट्ट को जाकर बोला 'आप दुनिया के नंबर वन फ्रॉड हो। मैं ब्राह्मण हूं, मैं आपको श्राप देता हूं!' और मैंने अपना सामान एक टैक्सी में पैक किया, और उन्हें टैक्सी दिखाकर नीचे उतर गया, यह कहते हुए कि मैं मुंबई छोड़ने वाला हूं। ऊपर से महेश जी ने आवाज़ मारी 'वापस आजा'! मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि हार मानना मेरे लिए कोई विकल्प नहीं था।
साल बीत गए, और अब अनुपम दिसंबर में अपनी 550वीं फिल्म साइन करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैंने सभी मीडिया से कहा है कि मुझे कभी भी दिग्गज या अभिनेता कहकर न बुलाएं। इसका मतलब होगा कि 'आपका करियर खत्म हो गया है, अब आप एक दिग्गज हैं और आपको रिटायर हो जाना चाहिए', लेकिन कोई और यह क्यों तय करे कि मुझे कब रिटायर होना चाहिए? इसलिए मैंने फैसला किया है कि मैं अगले 20 सालों तक कोई भी लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड स्वीकार नहीं करूंगा।"अनुपम खेर ने अपने लंबे और सुनहरे करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं। लगभग हर सुपरस्टार संग काम किया है। आज भी अपनी एक्टिवनेस और एनर्जी के चलते वह यंग एक्टर को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।