Cinema Ka Flashback: महिमा चौधरी ने 1997 में सुभाष घई की फिल्म परदेस से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। अपनी एक्टिंग और मासूमियत की वजह से वो दर्शकों के दिलों पर राज कर रही हैं। एक्ट्रेस को इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू का अवार्ड दिया गया था। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि महिमा को उनकी डेब्यू फिल्म के लिए ही अपने नाम को बदलना पड़ गया था।
दरअसल, महिमा चौधरी का असली नाम रितु चौधरी है। लेकिन उन्हें रितु नाम बदल महिमा चौधरी रखना पड़ा था। हालांकि, उस दौरान उन्हें नाम बदलने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई थी। लेकिन बाद में अफसोस हुआ था। सुभाष घई को अपनी फिल्म परदेस के लिए नया चेहरा चाहिए था। उन्होंने सैकड़ों लड़कियों का ऑडिशन किया, लेकिन घई को कोई पसंद नहीं आया था।
एक पार्टी के दौरान सुभाष की नजर रितु पर पड़ी थी। उन्होंने पहली बार में देखते ही रितु को फिल्म का ऑफर दे दिया था। लेकिन, सुभाष घई ने उन्हें नाम बदलने के लिए कह दिया था। उनको अंधविश्वास था कि जिन एक्ट्रेसेस के नाम एम से शुरू होते हैं, उनके संग निर्देशक की फिल्में धमाल मचा देती हैं।
महिमा से पहले वो माधुरी दीक्षित और मीनाक्षी शेषाद्रि संग ब्लॉकबस्टर फिल्में देकर लोगों का दिल जीत चुके थे। अंधविश्वास के चलते सुभाष घई ने रितु को अपना नाम बदलकर महिमा करा दिया था। एक्ट्रेस ने भी अपनी पहली फिल्म में सफलता की उम्मीद की वजह से ऐसा कर लिया था। उनका ये फैसला उस दौरान सही साबित हो गया था।
परदेस ब्लॉकबस्टर रही और वो रातों रात महिमा चौधरी स्टार बन गईं थी। एक इंटरव्यू में महिमा ने नाम बदलने के बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा कि अपने करियर के लिए नाम बदलना काफी मुश्किल होता है। एक्ट्रेस ने कहा कि उन्हें सालों तक महिमा नाम से लोग जानते आ रहे हैं। लेकिन उन्हें बाद में ऐसा महसूस हुआ कि रितु के नाम से उन्हें ज्यादा लगाव है।