Credit Cards

हनी ईरानी के ड्राइवर ने फरहान अख्तर को लगाया 12 लाख रुपए का चूना, पेट्रोल पंप कर्मचारी से मिलकर 3 साल तक ऐसे की धोखाधड़ी

Mumbai Police: हनी ईरानी के ड्राइवर नरेश सिंह ने पेट्रोल पंप कर्मचारी अरुण सिंह के साथ मिलीभगत की कर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। ड्राइवर गाड़ी में फ्यूल भरे बिना ही बांद्रा के एक पेट्रोल पंप पर बार-बार कार्ड स्वाइप करता था। फ्यूल भरने के बजाय पेट्रोल पंप कर्मचारी कथित तौर पर ड्राइवर को कैश देता था

अपडेटेड Oct 07, 2025 पर 1:38 PM
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इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश तब हुआ जब रिकॉर्ड में में देखा गया कि कार में 62 लीटर तक फ्यूल भरा जा रहा है जबकि उसकी टैंक कैपेसिटी केवल 35 लीटर की ही है

Honey Irani’s Driver Fraud: बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर की मां, हनी ईरानी के ड्राइवर ने एक पेट्रोल पंप कर्मचारी के साथ मिलकर 12 लाख रुपए का फ्रॉड किया है। ड्राइवर पर आरोप है कि उसने पिछले तीन सालों में गाड़ियों में फ्यूल भरे बिना ही बार-बार फ्यूल के नाम पर कार्ड्स से पैसे कैश कराएं। इस फ्रॉड का पर्दाफाश होने के बाद ड्राइवर और पेट्रोल पंप कर्मचारी पर FIR कराई गई है। आइए आपको बताते हैं आखिर क्या है पूरा मामला।

यह मामला 1 अक्टूबर, 2025 को हनी ईरानी की मैनेजर दिया भाटिया द्वारा बांद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई FIR के बाद सामने आया है। ड्राइवर नरेश रामविनोद सिंह और बांद्रा स्थित पेट्रोल पंप का कर्मचारी अरुण अमर बहादुर सिंह। अप्रैल 2022 से सितंबर 2025 के बीच, यानी पूरे तीन साल तक यह धोखाधड़ी चलती रही। मुंबई पुलिस ने दोनों आरोपियों पर धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक विश्वासघात से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

क्या है पूरा मामला?


FIR से यह पता चलता है कि यह धोखाधड़ी बेहद चालाकी से की गई। ड्राइवर नरेश सिंह ने पेट्रोल पंप कर्मचारी अरुण सिंह के साथ मिलीभगत करके इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। ड्राइवर गाड़ी में फ्यूल भरे बिना ही बांद्रा के एक पेट्रोल पंप पर बार-बार कार्ड स्वाइप करता था। फ्यूल भरने के बजाय पेट्रोल पंप कर्मचारी कथित तौर पर ड्राइवर को कैश देता था। यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब परिवार की एक गाड़ी के पेट्रोल खर्च डेटा में अनियमितताएं देखी गईं। जांच में यह पता चला कि कार की टंकी की क्षमता केवल 35 लीटर थी, लेकिन रिकॉर्ड में 62 लीटर तक फ्यूल भरे जाने के लेन-देन दिखाई दे रहे थे।

पूछताछ किए जाने पर ड्राइवर ने कथित तौर पर इस हेराफेरी को स्वीकार कर लिया और कबूल किया कि वह तीन साल से अधिक समय से फ्यूल कार्ड्स का दुरुपयोग कर रहा था। तीन सालों में दोनों ने मिलकर अख्तर फैमिली को करीब ₹12 लाख का चूना लगाया है।

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