
ये साड़ी रितु कुमार के आर्काइव से ली गई थी। इसे सिल्क रोड से प्रेरित कलेक्शन का हिस्सा माना जाता है, जहां पूर्व और पश्चिम के ट्रेड और क्राफ्ट का संगम होता था। रोज-गोल्ड सिल्क की चमक और सिल्वर टिक्की डिजाइन इसे बेहद खास बनाते हैं। ये सिर्फ साड़ी नहीं, बल्कि भारतीय फैशन की एक कहानी है।
आलिया ने साड़ी के साथ ज्वैलरी को संतुलित रखा। उनके माथे पर संजनी ज्वैल्स का मांग टीका, और बर्डिचंद का नेकलेस व कड़ा लुक को और भी ग्रैंड बना रहे थे। ब्लाउज का कट मॉडर्न था, पल्लू और प्लिट्स अच्छे से सेट थे। बाल पीछे खींचे हुए और मेकअप हल्का, जिससे साड़ी और ज्वैलरी पर फोकस रहा।
कपूर परिवार का धनतेरस सेलिब्रेशन हमेशा खास होता है। अलिया की साड़ी ने उन्हें सिर्फ मेहमान नहीं, बल्कि पुरानी और नई दुनिया के बीच पुल दिखाया। बाकी लोग शरारा या एंबेलिश्ड सूट में थे, लेकिन आलिया की हेरिटेज साड़ी ने उन्हें अलग बनाया।
• हेरिटेज साड़ी चुनें, जैसे आर्काइव या डिजाइनर के पुराने कलेक्शन।
• ज्वैलरी बोल्ड लेकिन संतुलित रखें।
• ब्लाउज मॉडर्न कट का रखें, ज्यादा ट्रैडिशनल न हो।
• पल्लू और प्लिट्स को सही ढंग से ड्रेप करें।
आजकल त्योहारों में फैशन अक्सर ज्यादा एलाबरेट होता है, लेकिन आलिया का ये लुक साधारण और क्लासी था। साड़ी में कहानी, क्राफ्ट और मौका तीनों का मेल था। ज्वैलरी और साड़ी की हेरिटेज ने इसे और भी खास बना दिया। ये सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि त्योहार की भावना दिखाता है।
आलिया का ब्यूटी लुक भी परफेक्ट था। सिंपल बाल, त्वचा पर नैचुरल ग्लो। इससे साड़ी की ट्रेडिशनल ग्रेस और उनकी यंग एनर्जी दोनों नजर आई। ये लुक किसी भी फेस्टिव सीजन में अपनाया जा सकता है।
आलिया और साड़ी का रिश्ता हमेशा खास रहा है। चाहे त्योहार हो या रेड कार्पेट, वो साड़ी में सहज और ग्रेसफुल लगती हैं। उनके पहनने का तरीका साड़ी को और भी खूबसूरत और स्टाइलिश बना देता है।
आलिया ने इस आर्काइव मास्टरपीस को फिर से जीवित किया। यह सिर्फ कपड़ा नहीं, बल्कि फैशन का इतिहास है। साड़ी में रितु कुमार की विरासत और भारतीय फैशन की कहानी झलकती है।