बॉलीवुड के 'ही-मैन' धर्मेंद्र के निधन से फिल्म जगत शोक में डूबा है, लेकिन राजस्थान के बीकानेर में एक फैन की दीवानगी ऐसी है जो सच्ची भक्ति की मिसाल बन गई। अमरसिंहपुरा इलाके के दर्शन सिंह के लिए धर्मेंद्र सिर्फ सितारे नहीं, बल्कि भगवान जैसे थे। 24 नवंबर 2025 को 89 साल की उम्र में धर्मेंद्र के जाने के बाद दर्शन की यह अनोखी कहानी सुर्खियों में आ गई, जो यमला, पगला, दीवाना फिल्म की तरह सच्ची लगाव की दास्तान है।
दर्शन सिंह की यह यात्रा बचपन से शुरू हुई। जब वे मात्र 11 साल के थे, तब उन्होंने धर्मेंद्र का एक पोस्टर देखा और मन में उनसे मिलने की तीव्र इच्छा जागी। यह सपना 1984 में पूरा हुआ जब उन्होंने पहली बार धर्मेंद्र से मुलाकात की। इसके बाद यह सिलसिला चलता रहा और उन्होंने लगभग 42 वर्षों में 42 बार धर्मेंद्र से मिलने का सौभाग्य पाया।
उनकी भक्ति का अंदाज इतना अनोखा था कि उन्होंने अपने परिवार को भी धर्मेंद्र के रंग में रंग दिया। दीवानगी की हद यह कि दर्शन ने पत्नी जरनैल कौर का नाम बदलकर प्रकाश कौर (धर्मेंद्र की पत्नी) कर दिया। कागजातों तक बदलवाए। बेटे का नाम सनी, बेटियों का ईशा और अहाना रखा, हालांकि आधिकारिक दस्तावेजों में पुराने नाम हैं।
दर्शन सिंह के पास धर्मेंद्र की लगभग सभी फिल्मों का संग्रह है। वे न केवल फिल्मों को देखते थे बल्कि उन्हें अपने जीवन का हिस्सा मानते थे। धर्मेंद्र के संवाद, उनके किरदार और उनकी शख्सियत को उन्होंने अपने जीवन में उतारने की कोशिश की। यही कारण है कि लोग उन्हें धर्मेंद्र का "यमला, पगला और दीवाना" कहते हैं।