एक्सपर्ट्स के मुताबिक अंजीर हाई ब्लड शुगर कम करने में मदद करता है। ये शरीर से फालतू ग्लूकोज बाहर निकालने की क्षमता बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज के लक्षण कम होते हैं।
ताजे अंजीर का GI 51 और सूखे अंजीर का GI 61 होता है। ये लो टू मॉडरेट GI फूड्स की रेंज में आते हैं, यानी खाने के बाद ब्लड शुगर बहुत तेजी से नहीं बढ़ता।
अंजीर में सॉल्युबल और डाइटरी फाइबर की मात्रा काफी है। ये शुगर के मेटाबॉलिज्म को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता और पेट साफ रहता है।
अगर रोजाना पेट साफ नहीं होता या कब्ज रहती है, तो भीगे अंजीर खाने से लाभ मिलता है। ये डाइजेशन तेज करता है, जिससे पेट की गंदगी बाहर निकलती है और कब्ज नहीं सताती।
अंजीर में फाइबर, कॉपर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, राइबोफ्लेविन, थियामिन, विटामिन बी6, विटामिन K जैसे कई महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो शरीर को मजबूती देते हैं।
भीगा हुआ अंजीर खाने से हड्डियां भी मजबूत होती हैं। भीगने पर सूखे अंजीर मुलायम हो जाते हैं और आसानी से पच जाते हैं, जिससे उनका पोषण जल्दी मिलता है।
सूखे अंजीर को रातभर पानी में भिगो दें और सुबह खाएं। इस तरह से सेवन करने पर अंजीर जल्दी पच जाता है और शरीर को भरपूर पोषक तत्व मिल जाते हैं।
अंजीर सिर्फ शुगर ही नहीं, बल्कि पेट की समस्याएं, खून की सफाई, कमजोरी जैसी कई बीमारियों में लाभ पहुंचा सकता है।
अंजीर फायदेमंद जरूर है, लेकिन किसी भी बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।