आजकल की तेज-तर्रार जीवनशैली, लगातार कंप्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल, नींद की कमी और बढ़ता तनाव लोगों को बार-बार सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या में डाल देता है। केवल दवाओं पर भरोसा करना स्थायी समाधान नहीं है, क्योंकि दवा का असर खत्म होते ही दर्द फिर लौट आता है। ऐसे समय में योगासन प्राकृतिक और असरदार उपाय के रूप में सामने आते हैं। नियमित योग से न केवल सिरदर्द में राहत मिलती है बल्कि ये मस्तिष्क और शरीर को संतुलित, शांत और ऊर्जावान बनाता है। योगासन मानसिक तनाव को घटाते हैं, रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
साथ ही, ये आसन सिर और गर्दन के आसपास की मांसपेशियों को रिलैक्स कर शरीर और दिमाग में स्थिरता और शांति लाते हैं। इस प्रकार योग सिरदर्द और माइग्रेन के लिए दवाओं के अलावा एक प्राकृतिक, सुरक्षित और दीर्घकालिक उपाय साबित होता है।
सेतु बंधासन सिरदर्द और गर्दन के तनाव को कम करने में मदद करता है। पीठ के बल लेट जाएं, घुटनों को मोड़ें और पैरों को फर्श से टच कराएं। हाथों की मदद से शरीर को ऊपर उठाएं और कुछ देर इस स्थिति में रहें। ये आसन रक्त संचार को बेहतर बनाकर मस्तिष्क को पोषण देता है।
बालासन मानसिक तनाव और सिरदर्द कम करने के लिए बहुत असरदार है। इसे करने के लिए वज्रासन में बैठें, हाथों को ऊपर उठाकर सांस अंदर लें, फिर धीरे-धीरे आगे झुकते हुए सिर और हाथों को जमीन पर टिकाएं। ये आसन मस्तिष्क में खून के प्रवाह को संतुलित करता है और दिमाग को ठंडक देता है।
जमीन पर बैठकर पैरों को सामने फैलाएं और धीरे-धीरे शरीर को आगे ले जाकर हाथों से पैर के अंगूठे पकड़ने की कोशिश करें। सिर को घुटनों पर लगाने का प्रयास करें। ये आसन सिरदर्द को कम करने के साथ-साथ रीढ़ और मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है।
पदंगुष्ठासन आपके सिर और मस्तिष्क में खून के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी बनाकर खड़े हों और कमर झुकाते हुए पैरों के अंगूठों को हाथ से पकड़ें। कुछ समय तक इस पोज में रहें। ये आसन थकान और तनाव को भी कम करता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।