दिल्ली के ऐतिहासिक रेड फोर्ट के पास सोमवार शाम एक कार धमाके में कई लोगों की मौत और घायल होने की खबर है, जिससे राजधानी में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस धमाके के बाद पुलिस ने हवाई अड्डा, मेट्रो स्टेशन और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी है।
सोमवार शाम करीब 6:50 बजे एक धीमी रफ्तार से चलती हुई हुंडई i20 कार रेड फोर्ट के पास विस्फोटित हो गई। इस धमाके में कम से कम 13 लोगों की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हो गए। मौके की तस्वीरें और वीडियो में भारी तबाही दिखी, जिसमें गाड़ियों और आसपास की जगह को नुकसान पहुंचा है।
पुलिस ने कहा है कि सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हवाई अड्डा, मेट्रो स्टेशन, बस स्टॉप, और भीड़ वाली जगहों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। जांच एजेंसियां इस हमले के पीछे के लिंक और संदिग्धों का पता लगाने में लगी हैं। National Investigation Agency (NIA) इस मामले की जांच कर रही है।
एडवाइजरी में क्या कहा गया?
पुलिस एडवाइजरी में कहा गया है कि सुरक्षा कारणों से यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर कम से कम एक घंटे, मेट्रो स्टेशन पर कम से कम 20 मिनट, और एयरपोर्ट पर उड़ान से कम से कम तीन घंटे पहले पहुंचना चाहिए। यह कदम सुरक्षा जांच में लगने वाले समय को ध्यान में रखते हुए आखिरी समय की असुविधा से बचाने और यात्रा को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए उठाया गया है। दिल्ली पुलिस ने यात्रियों से इस दौरान संयम बनाए रखने और सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग करने की भी अपील की है।
साथ ही, मेट्रो के लाल किला स्टेशन को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है, जबकि बाकी सभी स्टेशन अभी सामान्य रूप से चालू हैं। पुलिस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे जरूरी होने पर ही यात्रा करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें, ताकि भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम से बचा जा सके।
पुलिस ने बताया कि इस हमले के पीछे एक साजिश थी जिसका नेतृत्व एक आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद कर रहा था। वह लगातार एक तुर्की स्थित हैंडलर के संपर्क में था। जांच एजेंसियां इस पूरे मामले को एक बड़े आतंकवादी नेटवर्क से जोड़ रही हैं। इसके अलावा, संदिग्धों की गिरफ्तारी भी जारी है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार ने एक्शन लेने का भरोसा दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। विपक्ष और समाज के विभिन्न वर्गों ने भी इस हमले की निंदा की और सुरक्षा को सख्त करने की मांग की।