एयर इंडिया विमान दुर्घटना की शुरुआती जांच रिपोर्ट 11 जुलाई तक आने की उम्मीद है। इस दुर्घटना में कम से कम 270 लोग मारे गए थे, जिनमें विमान में सवार 241 लोग भी शामिल थे। यह दस्तावेज, जो शायद चार से पांच पेज लंबा होगा, काफी अहम होगा क्योंकि इसकी मदद से ही शुरुआती तौर पर ये पता चल सकेगा कि आखिर ये विमान कैसे और क्यों क्रैश हुआ। इसमें हादसे के संभावित कारण भी सामने आएंगे। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान के बारे में, उसके क्रू, अहमदाबाद एयरपोर्ट की स्थिति और 12 जून के मौसम की जानकारी शामिल होंगी। इसी दिन एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 उड़ान भरने के लगभग 30 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि इस रिपोर्ट में हादसे के बाद घटनास्थल से मिले मलबे की पूरी जानकारी और साथ ही साथ चांच करने वालों के नाम भी होंगे। दस्तावेज में जांच कहां तक पहुंची, आगे क्या कदम उठाए जाएंगे और उन एरिया के बारे में भी बताया जाएगा, जिनकी आगे जांच होनी है।
इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (ICAO) के दिशानिर्देशों के अनुसार, भारत को दुर्घटना के 30 दिनों के भीतर शुरुआती रिपोर्ट दाखिल करनी होती है।
अब तक नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 19 जून और 26 जून को दो अपडेट जारी किए हैं, जिसमें दोनों ब्लैक बॉक्स की बरामद करने की पुष्टि की गई है। इनमें से एक डिवाइस से मेमोरी मॉड्यूल को सफलतापूर्वक एक्सेस किया और 25 जून को डेटा डाउनलोड किया गया।
हाल ही में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि इस दुर्घटना में साजिश सहित सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने इसकी पूरी जांच शुरू कर दी है... इसकी सभी पहलुओं से जांच की जा रही है, जिसमें किसी भी संभावित साजिश की आशंका भी शामिल है। CCTV फुटेज की समीक्षा की जा रही है और सभी एंगल का आकलन किया जा रहा है... कई एजेंसियां इस पर काम कर रही हैं।"