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अटल क्लीनिक अब मदर टेरेसा क्लीनिक होगा... झारखंड सरकार के नाम बदलने पर सियासी उबाल, BJP भड़की

Jharkhand Cabinet Decisions: झारखंड में शहरी झुग्गियों में स्वास्थ्य सेवा की कमी को दूर करने के लिए अगस्त 2019 में पूर्व सीएम रघुबर दास ने 'अटल मोहल्ला क्लिनिक' योजना शुरू की थी। अब हेमंत सोरेन कैबिनेट ने अटल मोहल्ला क्लिनिक योजना के नाम को मां टेरेसा एडवांस्ड हेल्थ क्लिनिक के रूप में बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है

अपडेटेड Jul 25, 2025 पर 2:57 PM
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Jharkhand Cabinet Decisions: झारखंड सरकार ने अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लीनिक कर दिया है

Jharkhand Cabinet Decisions: झारखंड में हेमंत सोरेने सरकार की ओर से संचालित किए जा रहे सभी 'अटल मोहल्ला क्लिनिक' अब 'मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लिनिक' के नाम से जाने जाएंगे। झारखंड सरकार की तरफ से नाम बदलने को लेकर राज्य में सियासी घमासान मच गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और झारखंड की आत्मा का अपमान करार दिया। यह निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया। राज्य भर में करीब 140 मोहल्ला क्लिनिक संचालित हैं।

इन क्लिनिकों की स्थापना शहरी और ग्रामीण गरीबों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उनके गांवों-मुहल्लों में उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई थी। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने इस फैसले का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि जब भी झारखंड में विकास की दिशा में कोई सकारात्मक पहल होती है, JMM सरकार उसे विवाद में घसीटने का प्रयास करती है।

उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत और अटल मोहल्ला क्लिनिक जैसी योजनाएं बीजेपी की क्रांतिकारी सोच की देन हैं। इनसे गरीब और आम लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सेवा मिली है। लेकिन हेमंत सरकार इन योजनाओं का नाम बदलकर अपने राजनीतिक एजेंडे को साध रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

अजय साह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी झारखंड राज्य के निर्माता रहे हैं और उनका नाम झारखंड के जन-जन की स्मृतियों में है। ऐसे में उनके नाम को हटाकर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास न केवल भारत रत्न का, बल्कि पूरे झारखंड की आत्मा का अपमान है। उन्होंने सरकार को सुझाव दिया कि अगर वह नई स्वास्थ्य योजना शुरू करना चाहती है तो उसमें नए नाम रखने की स्वतंत्रता है, लेकिन पहले से स्थापित और लोकप्रिय योजनाओं का नाम बदलना ओछी राजनीति का उदाहरण है।


बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि यह पहला मौका नहीं है जब हेमंत सरकार ने महान राष्ट्रनायकों के नाम बदलने की कोशिश की है। उन्होंने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के नाम बदलने के प्रयास का हवाला देते हुए कहा कि झारखंड की जनता ऐसे फैसलों को कभी स्वीकार नहीं करेगी।

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BJP ने वोट बैंक की राजनीति का लगाया आरोप

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कहा है कि यह वोट बैंक की राजनीति के लिए किया गया है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने X पर एक पोस्ट में लिखा, "अटल क्लीनिक अब मदर टेरेसा क्लीनिक होगा।कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए धर्मांतरण ध्रुवीकरण का क्या खेल खेला,समझिए कल झारखंड में माननीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी जिन्होंने झारखंड अलग राज्य बनाया के नाम पर चल रहे अस्पताल का नाम विदेशी मदर टेरेसा के नाम पर हो गया। बांग्लादेशी को देश का वोटर बनाने की मानसिकता का पर्दाफाश।"

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