'अपनी पसंद की लड़कियों को देता था अलग रूम, फोन भी छीने जाते थे', पूर्व छात्र ने किया बाबा चैतन्यनंद के आश्रम का खुलासा
Delhi Ashram: छात्र के अनुसार, इलाके के लोग भी जानते थे कि चैतन्यनंद छात्रों को परेशान करता है। लेकिन माता-पिता को इसकी भनक तक नहीं थी। उन्हें लगता था कि कोई बाबा संस्थान चला रहा है, तो वहां बच्चों को पढ़ाई के साथ अच्छे संस्कार भी मिलेंगे। इसी सोच के कारण कई परिवारों ने अपने बच्चों को वहां दाखिला दिलाया
Delhi Ashram Case: पूर्व छात्र ने किया बाबा चैतन्यनंद के आश्रम का खुलासा
दिल्ली में यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किए गए बाबा पर सिर्फ अब ही नहीं, बल्कि कई साल पहले से ऐसे गंभीर आरोप लगते रहे हैं। एक पूर्व छात्र ने खुलासा किया है कि बाबा ने करीब नौ साल पहले भी अपने संस्थान में पढ़ने आने वाली लड़कियों को परेशान किया था। छात्र ने बताया कि वहां पढ़ने वाले बच्चों के मोबाइल फोन उनसे ले लिए जाते थे। उन्हें अलग-अलग कमरों में रखा जाता, जहां विशेष सुविधाएं दी जाती थीं। बाबा महंगी-महंगी चीजें खरीदकर देते थे, यहां तक कि मोबाइल फोन भी। लेकिन वह खुद तय करता था कि छात्राएं किससे बात कर सकती हैं और किससे नहीं।
NDTV से बातचीत में स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती के पूर्व छात्र ने बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया कि 2016 में जब वह वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडियन मैनेजमेंट में पढ़ रहा था, तब बाबा ने उसके एक दोस्त को निशाना बनाया था।
छात्र के अनुसार, इलाके के लोग भी जानते थे कि चैतन्यनंद छात्रों को परेशान करता है। लेकिन माता-पिता को इसकी भनक तक नहीं थी। उन्हें लगता था कि कोई बाबा संस्थान चला रहा है, तो वहां बच्चों को पढ़ाई के साथ अच्छे संस्कार भी मिलेंगे। इसी सोच के कारण कई परिवारों ने अपने बच्चों को वहां दाखिला दिलाया।
62 साल का बाबा चैतन्यनंद सरस्वती, जिसका असली नाम पार्थसारथी है और जो ओडिशा का रहने वाला है, उस पर कम से कम 17 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। अगस्त में यह आरोप सामने आए थे। महीनों तक फरार रहने के बाद पुलिस ने रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, संस्थान में काम करने वाली तीन महिलाएं, दो वार्डन और एक एसोसिएट डीन को भी गिरफ्तार किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने महिलाओं को बाबा की मांगों के आगे झुकने के लिए मनाने में उसकी मदद की और सबूत मिटाने का काम भी किया।
पूर्व छात्र ने बताया कि उसने साल 2016 में इस संस्थान में दो साल का कोर्स ज्वाइन किया था। उसने कहा, “हमें पता था कि एक ट्रस्टी संन्यासी है। माता-पिता जब यह सुनते हैं कि कोई बाबा संस्थान चला रहा है, तो उन्हें लगता है कि उनके बच्चों को अच्छी पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे संस्कार और सही मार्गदर्शन मिलेगा। वे मानते हैं कि संन्यासी शांत और संयमी होगा। लेकिन चैतन्यनंद इसके बिल्कुल उलट निकला।”
पूर्व छात्र ने बताया, “चाहे छात्र हों या फिर स्टाफ, उसके (चैतन्यनंद) का रवैया कभी अच्छा नहीं था। वह अचानक गुस्से में आ जाता और मन में जो आता, बोल देता। कई बार लोगों को नौकरी से निकाल दिया जाता या उनकी सैलरी रोक दी जाती। यह आम बात थी।”
उसने आगे कहा कि चैतन्यनंद महिला छात्रों के साथ अलग व्यवहार करता था और उन्हें ज्यादा तवज्जो देता था। “वह उन्हें कार्यक्रमों में बुलाता और अक्सर क्लास की लीडर भी बना देता।”
छात्र ने बताया कि उसने संस्थान के आसपास रहने वाले लोगों से भी सुना था कि चैतन्यनंद का ऐसा ही बर्ताव लंबे समय से चल रहा है।
2016 का मामला
पूर्व छात्र ने बताया कि उसके एक दोस्त को चैतन्यनंद ने निशाना बनाया था। छात्र ने कहा, “वह उसे 5 स्टार होटलों में लंच और डिनर पर बुलाता था। शुरुआत में सब कुछ सामान्य लगा, लेकिन बाद में कहा गया कि उसे अकेले विदेश और मथुरा में इंटर्नशिप के लिए भेजा जाएगा। सिर्फ एक छात्रा को भेजना, ये अजीब लगा। उसे शक हुआ और तीन दिन में ही छोड़ने के लिए कहा गया। तब उसने संस्थान छोड़ने का फैसला किया और मैंने उसकी मदद की।”
छात्र ने आगे बताया कि उसने इस मामले में चैतन्यनंद के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई थी।
उसने याद किया कि जिन छात्रों को चैतन्यनंद पसंद करता था, उन्हें अलग कमरे और अतिरिक्त सुविधाएं दी जाती थीं। उसने बताया, “उनसे उनके पुराने फोन छीन लिए जाते और बदले में ब्लैकबेरी या एप्पल जैसे महंगे फोन दिए जाते, ताकि वह उनके फोन का एक्सेस अपने हाथ में रख सके और मैसेज व चैट डिलीट कर सके। छात्रों से कहा जाता कि वे अपने परिवार या रिश्तेदारों से बात न करें।”
महिला सहयोगी
पूर्व छात्र ने बताया कि जिन महिलाओं को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है, उनमें से एक तब भी संस्थान में थी, जब वह वहां पढ़ता था। उसने कहा, “वह और उसकी बहन खास तरह का अधिकार रखती थीं। वे लड़कियों को समझातीं और उन्हें चैतन्यनंद के पास ले जातीं।”
छात्रों की कुछ चैट्स सामने आई हैं, जिनसे संकेत मिलता है कि चैतन्यनंद एक सेक्स ट्रैफिकिंग रैकेट में भी शामिल था। एक चैट में उसने एक छात्रा से कहा था कि “दुबई का एक शेख सेक्स पार्टनर चाहता है, क्या तुम्हारी कोई अच्छी दोस्त है?”
जब पूर्व छात्र से पूछा गया कि क्या वह इस बारे में कुछ जानता है, तो उसने कहा कि चैतन्यनंद का दुबई से जरूर कोई कनेक्शन था और वह अक्सर इसके बारे में बातें करता था।
पूर्व छात्र ने कहा, “दुबई और यूएई का जिक्र हमेशा होता था। रैकेट की जानकारी तो मुझे नहीं थी, लेकिन दुबई से लोग संस्थान में आते-जाते रहते थे। अब जो बातें सामने आई हैं, लगता है वह सब वह तभी से कर रहा होगा।”