देशभर के मौसम में अगले कुछ दिनों में बड़े बदलाव की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, तीन बड़े साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) एक साथ सक्रिय हो गए हैं, जिससे कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा बढ़ गया है। इन एक्टिव सिस्टम्स की वजह से दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में अगले 3-4 दिनों में लगातार बारिश हो सकती है, जबकि पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। खासकर पश्चिम मध्य प्रदेश में कोल्ड वेव की स्थिति बन सकती है। इसके अलावा, उत्तर भारत में भी तापमान में गिरावट और हल्का कोहरा पड़ने की संभावना है।
मछुआरों के लिए समुद्री क्षेत्रों में चेतावनी जारी की गई है, क्योंकि अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी और गल्फ ऑफ मन्नार में समुद्र बेहद उग्र रहने की संभावना है। ऐसे मौसम बदलाव के बीच यात्रियों और आम जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
स्ट्रेट ऑफ मलक्का का सिस्टम
स्ट्रेट ऑफ मलक्का के पास मौजूद अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन लगातार सक्रिय है। इसके कारण 22 नवंबर को दक्षिण अंडमान सागर में लो प्रेशर एरिया बनेगा। ये 24 नवंबर तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन में बदल सकता है और अगले 48 घंटों में और तेज होने की आशंका है।
अरब सागर और पूर्व बंग्लादेश का सिस्टम
दूसरा सर्कुलेशन अरब सागर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में एक्टिव है, जो लक्षद्वीप और मालदीव के पास है। तीसरा साइक्लोनिक सर्कुलेशन पूर्व बंग्लादेश और आसपास के इलाकों में सक्रिय है। ये तीनों सिस्टम मिलकर दक्षिण भारत के मौसम को प्रभावित करेंगे।
दक्षिण भारत में बारिश और तेज हवाएं
तमिलनाडु, केरल और महे में 21 से 24 नवंबर के बीच हल्की से मध्यम बारिश होगी। कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है। अंडमान और निकोबार में 23 और 24 नवंबर को बहुत भारी बारिश की संभावना है। इन इलाकों में 40–60 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
पश्चिम और मध्य भारत में अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2–3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। वहीं उत्तर पश्चिम भारत में तापमान 2–4 डिग्री तक गिर सकता है। पश्चिम मध्य प्रदेश में 22 और 23 नवंबर को कोल्ड वेव की स्थिति बन सकती है। उत्तर पूर्व भारत में हल्का या मध्यम कोहरा रहने की संभावना है।