जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में धमाका, 9 की मौत; 32 घायल

जिस विस्फोटक सामग्री के नमूने लिए जा रहे थे, वह गिरफ्तार डॉक्टर मुजम्मिल गनई के किराए के घर से बरामद 360 किलोग्राम विस्फोटक का हिस्सा है। आतंकी मॉड्यूल को लेकर प्राथमिक मामला नौगाम थाने में दर्ज किया गया था

अपडेटेड Nov 15, 2025 पर 11:42 AM
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लगातार हुए छोटे-छोटे विस्फोटों के कारण एंटी बम स्क्वॉड के लिए तत्काल बचाव अभियान चलाना मुश्किल हो गया।

जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाना परिसर में शुक्रवार रात अचानक विस्फोट हो गया। यह हादसा तब हुआ, जब पुलिसकर्मी सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल मामले के संबंध में हरियाणा के फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक सामग्री के नमूने ले रहे थे। इस हादसे में 9 लोगों की मौत होने और 32 लोगों के घायल होने की खबर है। अधिकारियों का कहना है कि जिस विस्फोटक सामग्री के नमूने लिए जा रहे थे, वह गिरफ्तार डॉक्टर मुजम्मिल गनई के किराए के घर से बरामद 360 किलोग्राम विस्फोटक का हिस्सा है।

गृह मंत्रालय ने कहा है कि नौगाम दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। इस घटना के बारे में कोई भी अन्य अटकलें अनावश्यक हैं। जम्मूकश्मीर के डीजीपी का कहना है कि फोरेंसिक और केमिकल एनालिसिस के लिए विस्फोटकों के सैंपल इकट्ठे करते समय नौगाम पुलिस थाने में अचानक विस्फोट हुआ। घायलों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

लगातार हुए छोटे-छोटे विस्फोटों के कारण एंटी बम स्क्वॉड के लिए तत्काल बचाव अभियान चलाना मुश्किल हो गया। पूरा 360 किलोग्राम विस्फोटक नौगाम थाने में रखा था। आतंकी मॉड्यूल को लेकर प्राथमिक मामला इसी थाने में दर्ज किया गया था। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। बचावकर्मी मलबे में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। धमाका इतना बड़ा था कि घटनास्थल से 300 फीट दूर तक शवों के अंग मिले हैं।


नौगाम पुलिस स्टेशन जाने वाले सभी रास्ते बंद

धमाके के चलते थाना परिसर में मौजूद कई गाड़ियों को भी नुकसान हुआ। घटना के तुरंत बाद दमकल की कई गाड़ियां पुलिस स्टेशन पहुंचीं। नौगाम पुलिस स्टेशन की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने हाल ही में फरीदाबाद के बाहरी इलाके धौज और फतेहपुर तागा गांवों में किराए के दो कमरों से लगभग 2,900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट और बम बनाने का अन्य सामान जब्त किया था।

जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि पूरा आतंकी मॉड्यूल डॉक्टरों की एक तिकड़ी द्वारा चलाया जा रहा था, जिसमें मुजम्मिल गनई, उमर नबी और मुजफ्फर राठेर शामिल हैं। गनई को गिरफ्तार कर लिया गया है। नबी वह शख्स था, जो 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास विस्फोट में शामिल कार को चला रहा था और मारा गया। मुजफ्फर राठेर फरार है। मुजफ्फर के भाई डॉ. अदील राठेर की भूमिका अब भी जांच के दायरे में है। गिरफ्तार किए जा चुके अदील राठेर के पास से एक एके-56 राइफल जब्त की गई है।

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