BRICS Summit: पांच देशों के दौरे पर निकलेंगे पीएम मोदी, रियो में ब्रिक्स सम्मेलन में ग्लोबल साउथ एजेंडे पर करेंगे चर्चा

Pm Mod: पीएम मोदी का रियो दौरा जुलाई 2025 में उनके पांच देशों के दौरे का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत 2-3 जुलाई को घाना की दो दिवसीय यात्रा से होगी। यह घाना की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी और तीन दशक से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की देश की पहली यात्रा होगी

अपडेटेड Jun 30, 2025 पर 5:49 PM
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5 से 8 जुलाई तक पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रियो में रहेंगे

PM Modi-BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 से 8 जुलाई तक ब्राजील के रियो डी जनेरियो में होने वाले 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं। इस सम्मेलन में ग्लोबल साउथ के देशों के बीच साझेदारी और सहयोग एजेंडे पर चर्चा होनी है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी भी वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा में भाग लेंगे, जिसमें वैश्विक शासन में सुधार, शांति और सुरक्षा, बहुपक्षवाद को मजबूत करने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नैतिक उपयोग पर चर्चा होनी है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के शिखर सम्मेलन के इतर द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक, ब्रासीलिया में वो राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा से मिलकर सामरिक साझेदारी पर चर्चा करेंगे।

पहले घाना फिर त्रिनिदाद-टोबैगो जाएंगे PM

पीएम मोदी का रियो दौरा जुलाई 2025 में उनके पांच देशों के दौरे का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत 2-3 जुलाई को घाना की दो दिवसीय यात्रा से होगी। यह घाना की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी और तीन दशक से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की देश की पहली यात्रा होगी। घाना की अपनी यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी 3 से 4 जुलाई तक प्रधान मंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के निमंत्रण पर त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा करेंगे। इसके बाद वह 4 से 5 जुलाई तक राष्ट्रपति जेवियर मिली से द्विपक्षीय वार्ता के लिए अर्जेंटीना जाएंगे।


वहीं 5 से 8 जुलाई तक पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रियो में रहेंगे। अपने बहु-राष्ट्र दौरे के समापन पर, प्रधान मंत्री मोदी राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-एनदैतवा के निमंत्रण के बाद 9 जुलाई को नामीबिया का दौरा करने वाले हैं।

अब जानिए ब्रिक्स के बारे में

ब्रिक्स, मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत और चीन द्वारा साल 2006 में गठित किया गया था। साल 2010 में इस समूह में दक्षिण अफ्रीका शामिल हुआ। 2024 में इस समूह ने छह नए देशों: मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को सदस्यता दी। 2023 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में सर्वसम्मति से निर्णय लिए जाने के बाद इंडोनेशिया भी जल्द ही औपचारिक रूप से इस समूह में शामिल होने वाला है। गौरतलब है कि ब्रिक्स ग्यारह प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं को एकजुट करता है, जो सामूहिक रूप से वैश्विक आबादी का लगभग 49.5 प्रतिशत, विश्व के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 40 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का लगभग 26 प्रतिशत है।

कैसा है भारत-ब्राजील संबंध?

ब्राजील दक्षिण अमेरिका में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना हुआ है, जबकि भारत ब्राजील का नौवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 12.20 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। इसके अलावा भारतीय कंपनियों की फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में ब्राजील में बढ़ती उपस्थिति है। रक्षा सहयोग भी ब्राजील की पीएम मोदी की यात्रा के दौरान ध्यान केंद्रित करने का एक प्रमुख क्षेत्र है। दोनों देश संयुक्त रूप से एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) विमान विकसित कर रहे हैं, और ब्राजील की एयरोस्पेस फर्म एम्ब्रेयर ने C-390 मिलेनियम मल्टी-मिशन ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पर सहयोग करने के लिए महिंद्रा के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। 8 मई को पीएम मोदी को ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने फोन किया था। उस दौरान उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख के लिए कड़ा समर्थन व्यक्त किया था।

Abhishek Gupta

Abhishek Gupta

First Published: Jun 30, 2025 5:46 PM

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