Chhagan Bhujbal Comeback: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के गुट वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल एक बार फिर से मंत्री बन गए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पांच महीने पुराने राज्य मंत्रिमंडल का सोमवार को विस्तार किया। इस दौरान NCP नेता छगन भुजबल ने मंत्री पद की शपथ ली। भुजबल ने सोमवार रात कहा कि उन्हें मंगलवार (20 मई) को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता वाले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रमुख चेहरे 77 वर्षीय भुजबल को पिछले साल दिसंबर में मुख्यमंत्री फडणवीस के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था।
NCP के एक वरिष्ठ नेता धनंजय मुंडे ने मार्च में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद संभावित रूप से भुजबल को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। भुजबल ने कहा, "मुझे सूचित किया गया है कि मुझे राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार सुबह 10 बजे होगा।"
राज्य में सत्तारूढ़ 'महायुति' गठबंधन का नेतृत्व कर रही BJP ने भी इस घटनाक्रम की पुष्टि की थी। भुजबल उन 10 मंत्रियों में से थे, जिन्हें दिसंबर में महाराष्ट्र में शपथ दिलाने वाले 16 नए चेहरों के साथ नए मंत्रियों की नई परिषद से हटा दिया गया था। 77 वर्षीय भुजबाल का राजनीतिक कैरियर कई दशकों पुराना है। ऐसी खबरें थीं कि भुजबल ने एनसीपी को तब छोड़ दिया।
सीएम फडणवीस और उनके दो डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने 5 दिसंबर को शपथ ली थी। कैबिनेट का विस्तार तब 15 दिसंबर को 39 मंत्रियों के साथ किया गया था। पूर्व मंत्री और राज्य में एक प्रमुख ओबीसी चेहरा भुजबल ने तब खुले तौर पर नाराजगी व्यक्त की थी।
नासिक जिले के येओला के विधायक भुजबल ने विभिन्न सरकारों में एक कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया है। भुजबल को पोर्टफोलियो आवंटन के बारे में निर्णय मुख्यमंत्री के साथ टिकी हुई है। आज शपथ ग्रहण समारोह के बाद उनके मंत्रालय की घोषणा की जाएगी। सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिवसेना की अगुवाई में उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी के नेतृत्व में डिप्टी सीएम अजित पवार सरकार में शामिल हैं।
भुजबल और उनके कुछ फैमिली मेंबर को ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में साल 2016 में गिरफ्तार किया था। तब वो विपक्ष में थे। उनपर आरोप था कि PWD मंत्री रहते उन्होंने 100 करोड़ रुपए के ठेके गलत तरीके से दिए। इस केस में बॉम्बे हाईकोर्ट ने भुजबल को जमानत दे दी।
ED ने हाईकोर्ट में इस जमानत को चुनौती दी थी। हाई कोर्ट में जब ये मामला सुनवाई पर आया तो ED ने कह दिया कि हमें भुजबल के खिलाफ दायर याचिका की फाइल ही नहीं मिल रही है। कुछ महीनों बाद ED ने याचिका ही वापस ले ली। बाद में स्पेशल कोर्ट ने छगन भुजबल को बरी कर दिया। अब छगन भुजबल महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बन गए हैं।