Congress Power Tussle: कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की चल रही अफवाहों को कांग्रेस विधायक एच.ए. इकबाल हुसैन के नए दावों ने फिर से हवा दे दी है। रमनगारा से विधायक हुसैन ने शनिवार, 14 दिसंबर को कहा कि उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार अगले साल 6 जनवरी को सिद्धारमैया की जगह मुख्यमंत्री का पद संभाल सकते हैं। उनके इस बयान ने एक बार फिर कांग्रेस के अंदरूनी सत्ता संघर्ष को केंद्र में ला दिया है।
पत्रकारों से बात करते हुए हुसैन ने कहा कि अगले साल की शुरुआत में शिवकुमार के शीर्ष पद संभालने की '99 प्रतिशत संभावना' है। उन्होंने तर्क दिया कि उपमुख्यमंत्री को राज्य का नेतृत्व करने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने 6 जनवरी या 9 जनवरी की तारीखों पर चर्चा होने की बात कही, हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि इन तारीखों के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं है।
दिल्ली में आलाकमान के साथ आज होगी अहम बैठक
इन बयानों के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से 14 दिसंबर यानी आज दिल्ली में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि यह मुलाकात पार्टी की 'वोट चोर गद्दी छोड़' अभियान के तहत रामलीला मैदान में होने वाली मेगा रैली के बाद होगी। चूंकि पार्टी के भीतर नेतृत्व को लेकर तनाव बढ़ रहा है, इसलिए इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ऐसी भी खबरें हैं कि सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री का कार्यकाल बराबर-बराबर बांटने का समझौता हो सकता है। हालांकि न तो पार्टी और न ही नेताओं ने इसकी पुष्टि की है, लेकिन शिवकुमार ने हाल ही में बिना को जानकारी दिए एक 'गुप्त समझौते' का संकेत दिया था। फिलहाल, दोनों नेता सार्वजनिक रूप से संयम बनाए हुए हैं, लेकिन अंदरूनी राजनीतिक हलचलें लगातार बढ़ रही हैं।
224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास लगभग 140 विधायकों का बहुमत है। सरकार द्वारा 20 नवंबर को अपने पांच साल के कार्यकाल का आधा समय पूरा करने के बाद से संभावित नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें तेज हो गई हैं।