Vice President Election 2025: नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने अपने पद की शपथ ले ली है। चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने शुक्रवार (12 सितंबर) को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत अन्य दिग्गज भी मौजूद रहें। धनखड़ पद छोड़ने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए। लाल कुर्ता पहने राधाकृष्णन ने ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ली।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन को पद की शपथ दिलाई। महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल राधाकृष्णन ने सोमवार सुबह 10 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। 67 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों से हराया था।
तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा दिए जाने के कारण यह चुनाव कराया गया। उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद, राधाकृष्णन ने गुरुवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ दिया। राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने दावा किया कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) समेत विपक्षी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन के 16 सांसदों ने उपराष्ट्रपति के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) उम्मीदवार राधाकृष्णन के पक्ष में मतदान किया।राधाकृष्णन को मंगलवार रात विपक्षी उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी के 300 वोट के मुकाबले 452 वोट मिले। जबकि उनके पक्ष में 'क्रॉस-वोटिंग' के संकेत मिले।
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि रेड्डी को 315 वोट मिले। राउत ने कहा कि राधाकृष्णन को दरअसल 300 वोट ही मिले। जबकि वास्तव में 15 अवैध वोट उनके पक्ष में डाले गए। शिवसेना में निरुपम के सहयोगी और पार्टी सांसद श्रीकांत शिंदे ने भी राधाकृष्णन की जीत के बाद विपक्ष पर निशाना साधा।
राउत ने कहा नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (BJD), के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (BRS) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने हमेशा महत्वपूर्ण विधेयकों पर सरकार का समर्थन किया है।
राज्यसभा महासचिव और निर्वाचन अधिकारी पी. सी. मोदी के अनुसार 781 में से 767 सांसदों ने अपने वोट डाले। उन्होंने कहा कि 752 मतपत्र वैध थे और 15 अवैध, जिससे प्रथम वरीयता के मतों का आवश्यक बहुमत घटकर 377 रह गया।
जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के कारण यह चुनाव आवश्यक हो गया था। जगदीप धनखड़ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद वह पहली बार सार्वजनिक रूप से देखे गए।