Cyclone Shakti: अरब सागर में इस सीजन के पहले चक्रवाती तूफान 'चक्रवात शक्ति' ने खतरनाक रूप ले लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को चेतावनी जारी की कि अगले कुछ दिनों में इस तूफान के प्रभाव से महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज हवाएं और भारी वर्षा होने की संभावना है। हालांकि तूफान का केंद्र भारत के तट से दूर है, लेकिन इसकी बाहरी पट्टी महाराष्ट्र के मौसम को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है।
महाराष्ट्र के लिए जारी हुआ अलर्ट
चक्रवात के बाहरी प्रभाव के कारण महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वी विदर्भ और मराठवाड़ा जैसे आंतरिक जिलों में 3 और 4 अक्टूबर को जोरदार बारिश होने की संभावना है। इस वर्षा के कारण उत्तर कोंकण के निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है। वहीं ओडिशा में बने एक अन्य निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भी गरज के साथ मध्यम वर्षा का अनुमान है।
महाराष्ट्र सरकार ने सभी जिला प्रशासनों को आपदा प्रबंधन प्रणालियों को सक्रिय करने, संवेदनशील क्षेत्रों के लिए निकासी योजनाएं तैयार करने और सार्वजनिक सलाह जारी करने का निर्देश दिया है। मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पुणे और रत्नागिरी जिलों को वर्तमान में 'येलो अलर्ट' पर रखा गया है। यानी यहां के लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
कैसी है तूफान की वर्तमान स्थिति
IMD ने शनिवार सुबह बताया कि चक्रवात वर्तमान में गुजरात के द्वारका से लगभग 420 किलोमीटर पश्चिम और पाकिस्तान के कराची से 290 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में केंद्रित था। यह सिस्टम लगभग 13 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, और 5 अक्टूबर तक इसके पश्चिम-दक्षिणपश्चिम की ओर मध्य अरब सागर की ओर बढ़ने का अनुमान है।
IMD प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने पहले ही बताया था कि अक्टूबर में महाराष्ट्र में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। 'चक्रवात शक्ति' के गंभीर तूफान में बदलने के बाद, अधिकारी भारी वर्षा और अशांत समुद्र की स्थिति के लिए व्यापक तैयारी कर रहे हैं।