Dasara festival record jump in liquor sales: डेक्कन क्रॉनिकल (Deccan Chronicle) की रिपोर्ट के अनुसार तेलंगाना में शराब की बिक्री दशहरा उत्सव से ठीक पहले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है, जहां दुकानदारों ने 26 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच केवल 4 दिनों में राज्य सरकार के गोदाम (state government depots) से 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का स्टॉक उठा लिया है , जो कि पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है। पिछले साल यह आकंड़ा पार करने में 10 दिन का समय लगा था।
बताते चलें कि इस साल यह त्योहार गांधी जयंती के साथ पड़ रहा है, जिस दिन शराब की दुकानें बंद रहती हैं। इस वजह से खुदरा विक्रेताओं और ग्राहकों दोनों ने पहले से ही स्टॉक जमा कर लिया। दुकानदारों ने त्योहारी भीड़ को देखते हुए अपना स्टॉक भर लिया, जबकि उपभोक्ताओं ने त्योहारों के दौरान किसी भी तरह की कमी से बचने के लिए भारी मात्रा में शराब की खरीददारी की है।
दशहरा के दौरान आम तौर पर शराब की मांग बढ़ जाती है, क्योंकि लोग तीन दिनों तक उत्सव, समारोह और पार्टियों का आयोजन करते हैं।
एक्साइज डिपार्टमेंट के रिकॉर्ड के अनुसार शराब की बिक्री लगातार कई दिनों तक खास तौर पर ज़्यादा रही। 28 सितंबर को 260 करोड़ रुपये, 29 सितंबर को 279 करोड़ रुपये, 30 सितंबर को 301 करोड़ रुपये और 1 अक्टूबर को 320 करोड़ रुपये। सिर्फ़ दो दिनों में यानी 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को शराब की बिक्री 620 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
पिछले साल के आंकड़ों की तुलना करें तो इस साल की बिक्री पिछली बिक्री से कहीं ज़्यादा है। 2023 में 9 दिनों के दशहरा उत्सव के दौरान कुल शराब की बिक्री 1,057 करोड़ रुपये रही, जबकि इस साल सिर्फ़ 4 दिनों में ही 1,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया गया।
2014 में राज्य के गठन के बाद से तेलंगाना में शराब की बिक्री में लगातार वृद्धि देखी गई है। 2014-15 में, कुल बिक्री लगभग 10,000 करोड़ रुपये थी, और 2024-25 के अनुमानों के अनुसार बिक्री 34,600 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। पिछले कुछ वर्षों में शराब की बिक्री में लगातार वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार 2015-16 में 12,706 करोड़ रुपये, 2016-17 में 14,184 करोड़ रुपये, 2017-18 में 17,594 करोड़ रुपये, 2018-19 में 20,859 करोड़ रुपये, 2020-21 में 27,288 करोड़ रुपये, 2021-22 में 30,783 करोड़ रुपये और 2022-23 में 35,145 करोड़ रुपये रहा था।