Delhi AQI: दिल्ली में 14 नवंबर की सुबह हवा की गुणवत्ता में हल्की सुधार देखने को मिला, लेकिन राजधानी के कई इलाकों में AQI 400 के पार रहा। 24 घंटे का औसत AQI 399 दर्ज किया गया, जो ‘वॉरी पोअर’ यानी बहुत खराब श्रेणी में आता है। ये तीन दिनों की लगातार खतरनाक हवा के बाद थोड़ी राहत है। राजधानी के अधिकांश इलाके अभी भी सीवियर श्रेणी में हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और खांसी जैसी समस्याएं बनी हुई हैं। DTU और दिलशाद गार्डन जैसे कुछ इलाके ‘खराब’ श्रेणी में रहे, लेकिन वजीरपुर, चांदनी चौक और रोहिणी जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित रहे।
विशेषज्ञों का कहना है कि हल्की हवा और ठंडी रात की वजह से प्रदूषण जमीन के पास फंसा हुआ है। GRAP-3 के तहत निर्माण कार्य पर रोक और पुराने वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी लगाई गई है। लोगों को मास्क पहनने और घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में AQI
CPCB के अनुसार, दिल्ली के कुछ इलाकों का हाल इस प्रकार है:
कुछ इलाके जैसे DTU (270) और दिलशाद गार्डन (297) में हवा ‘पुअर’ श्रेणी में थी, यानी थोड़ी बेहतर।
गंभीर इलाके और स्वास्थ्य खतरा
वजीरपुर और चांदनी चौक सबसे खराब AQI वाले इलाके रहे, जहां AQI क्रमशः 447 और 445 दर्ज हुआ। लगातार सीवियर AQI सांस लेने और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। बुजुर्ग, बच्चे और श्वसन रोग वाले लोग विशेष सावधानी रखें।
पड़ोसी शहरों में स्थिति दिल्ली से भी गंभीर रही।
GRAP-3 के तहत लगाए गए नियम
लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत