Delhi Pollution: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार (22 अक्टूबर) को आम आदमी पार्टी (AAP) पर राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के लिए दिवाली को बलि का बकरा बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष का यह बयान एक "खास वोट बैंक" को खुश करने की चाल है। इसके तहत दीयों और पटाखों सहित त्योहार की परंपराओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है।
सिरसा ने एक खास वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए AAP की आलोचना की और उस पर हिंदू त्योहारों और सनातनियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार द्वारा किए जा रहे क्लाउड सीडिंग और अन्य प्रदूषण निवारण प्रयासों के बारे में भी विस्तार से बात की।
दिवाली के कारण बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने ANI से कहा, "यह पटाखों की वजह से नहीं है... AAP की पूरी ताकत लगी है यह साबित करने के लिए कि दिल्ली में प्रदूषण दिवाली की वजह से है। उनका पूरा ध्यान इसी पर है क्योंकि उन्हें एक खास वोट बैंक को खुश करना है। वे यह कहकर दिवाली पर प्रतिबंध लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि दीये जलाने और पटाखे फोड़ने से धुआं निकलता है।"
मनजिंदर सिंह सिरसा ने न्यूज एजेंसी से कहा, "DPCC और CPCB के आंकड़ों के मुताबिक दिवाली से एक रात पहले AQI 345 था। यह पिछले सालों के मुकाबले कम है। 2020 में यह 414 था, 2021 में यह 382 है... हमारे समय में यह 345 था। दीपावली पर पटाखे जलने के बाद यह 356 हो गया यानी 11 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल पटाखों पर प्रतिबंध लगा था।"
उन्होंने आगे कहा, "दिवाली से एक दिन पहले AQI 328 था और दिवाली की अगली सुबह यह 360 था। इसमें 32 अंकों की बढ़ोतरी हुई थी। उससे पिछले साल(2024), दिवाली से एक दिन पहले 218 था, और अगली सुबह 301 था। यानी 83 अंकों की बढ़ोतरी हुई। दीपावली के पटाखों को इससे जोड़ना बेईमानी होगी। असर जरूर हुआ होगा, लेकिन AAP यही साबित करने की कोशिश कर रही है कि इस प्रदूषण के लिए दीपावली और हिंदू-सनातनी जिम्मेदार हैं, यह पाप है।"
प्रदूषण के लिए पंजाब को ठहराया जिम्मेदार
इससे पहले दिल्ली सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में जहरीली धुंध के लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। बीजेपी सरकार ने आरोप लगाया कि पड़ोसी राज्य ने दिवाली की रात किसानों को रिकॉर्ड मात्रा में धान की पराली जलाने के लिए मजबूर किया।
मंगलवार को दिवाली के बाद वाली सुबह दिल्ली में घनी धुंध छाई रही। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'रेड जोन' में पहुंच गई। दिवाली की रात राष्ट्रीय राजधानी में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित दो घंटे की समयसीमा के बाद भी आतिशबाजी की गई।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार को पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि AAP नेताओं ने दिल्ली की मुख्यमंत्री, BJP और सनातन धर्म के अनुयायियों द्वारा दिवाली मनाने और पटाखे फोड़ने की निंदा की। लेकिन हवा की गुणवत्ता बिगड़ने का असली कारण पंजाब में अत्यधिक पराली जलाना है।
सिरसा ने कहा कि प्रत्येक धर्म को अपना त्योहार मनाने का अधिकार है। इस तरह उन्होंने संकेत दिया कि आतिशबाजी छोड़ना दिवाली का अभिन्न हिस्सा है। सिरसा ने कहा कि दिवाली से पहले दिल्ली में AQI 345 था। दिवाली के बाद यह केवल 11 बिंदु बढ़कर 356 हुआ है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल यह 32 अंक बढ़ा था और 2023 में 83 अंक बढ़ा था। दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के लिए पटाखे फोड़ना एकमात्र कारण नहीं है। पड़ोसी राज्यों में हो रही घटनाओं ने भी शहर की एयर क्वालिटी को प्रभावित किया है।
इस बीच सिरसा ने आप पर राजनीति में धर्म को लाने का आरोप लगाया। BJP नेता ने कहा, "क्या आप, ईद पर मुस्लिम समुदाय द्वारा बकरों की कुर्बानी को चुनौती देगी? मैं अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि वे धार्मिक राजनीति न करें। आप हमसे लड़ें, लेकिन धर्म को इसका हिस्सा न बनाएं।"