Delhi AQI: तेज हवाओं ने बदला दिल्ली के मौसम का मिजाज, AQI में हुआ फौरी सुधार, AQEWS की चेतावनी- अभी टला नहीं है खतरा!

Delhi Air Quality: बुधवार की सुबह में हवा की गति लगभग 8 से 9 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो शाम तक बढ़कर 12 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई। हवा की यह गति प्रदूषकों को फैलाने में मददगार साबित हुई, जिससे AQI में सुधार हुआ। हालांकि, वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (AQEWS) के पूर्वानुमान ने संकेत दिया है कि यह सुधार अस्थायी है

अपडेटेड Nov 06, 2025 पर 7:30 AM
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रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली के हालिया प्रदूषण रीडिंग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे है

Delhi AQI Today: दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को बुधवार को प्रदूषित हवा से थोड़ी राहत मिली। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मंगलवार के 291 (खराब) से सुधरकर बुधवार शाम 4 बजे 202 (खराब) दर्ज किया गया। शाम 7 बजे तक यह और सुधरकर 197 ('मध्यम') श्रेणी में पहुंच गया। विशेषज्ञों ने इस सुधार का मुख्य कारण मंगलवार देर रात से हवा की गति में वृद्धि को बताया, जिससे प्रदूषकों का फैलाव संभव हो सका।

NCR के प्रमुख शहरों का AQI

दिल्ली- 202

नोएडा- 215


गाजियाबाद- 207

गुड़गांव- 225

ग्रेटर नोएडा- 187

हवाओं ने दी तत्काल राहत, मगर खतरा टला नहीं

स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पालावत ने बताया कि बुधवार की सुबह में हवा की गति लगभग 8 से 9 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो शाम तक बढ़कर 12 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई। हवा की यह गति प्रदूषकों को फैलाने में मददगार साबित हुई, जिससे AQI में सुधार हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक हवा की गति इसी रेंज में रहने की उम्मीद है।

हालांकि, वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (AQEWS) के पूर्वानुमान ने संकेत दिया है कि यह सुधार अस्थायी है। बुधवार शाम जारी AQEWS बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार से शनिवार तक हवा की गुणवत्ता के 'बहुत खराब' श्रेणी में फिर से आने की संभावना है। अगले छह दिनों के लिए भी यही दृष्टिकोण है कि AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में रहेगा।

सरकार का क्या है दावा?

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने AQI में हुए अस्थायी सुधार को 'जमीन पर लागू किए जा रहे समन्वित, विज्ञान-आधारित कार्यों' का असर बताया। CPCB के आंकड़ों के हवाले से उन्होंने दावा किया कि 5 नवंबर 2025 को AQI 202 था, जबकि पिछले वर्षों में यह इस तारीख को काफी अधिक (जैसे 2023 में 454 और 2021 में 462) था, जो इस मौसम में वर्ष-दर-वर्ष बेहतर सुधार का संकेत देता है।

AQI गणना पर उठ रहे सवाल

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री के दावों के बावजूद, रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली के हालिया प्रदूषण रीडिंग की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे है। HT की 5 नवंबर की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली के औसत AQI की गणना में गायब डेटा, संदिग्ध मापन पैटर्न और एल्गोरिथम खामियां पाई गईं, जिससे रीडिंग ऑन-ग्राउंड स्थितियों को सटीक रूप से प्रस्तुत नहीं कर पा रही थीं। 28 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच CPCB डेटा की जांच में पता चला कि उच्च प्रदूषित घंटों के दौरान डेटा गैप्स अधिक थे, जिससे शहर की हवा वास्तव में जितनी जहरीली हो सकती थी, उससे कम जहरीली दिखाई दी।

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