Delhi Blast Case: दिल्ली विस्फोट मामले में 7वीं गिरफ्तारी, सुसाइड बॉम्बर उमर को शरण देने वाला सोएब गिरफ्तार

Delhi Blast Case: सोएब दिल्ली ब्लास्ट केस में गिरफ्तार किया गया सातवां आरोपी है। यह जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा उजागर किए गए एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है। NIA के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि एजेंसी आत्मघाती हमले के संबंध में विभिन्न सुरागों पर काम कर रही है

अपडेटेड Nov 26, 2025 पर 2:43 PM
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Delhi Blast Case: फरीदाबाद के धौज निवासी सोएब को दिल्ली आतंकी बम विस्फोट मामले में गिरफ्तार किया गया है

Delhi Blast Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली के लाल किले के पास विस्फोटक से भरी कार चलाने वाले सुसाइड बॉम्बर डॉ उमर उन नबी को कथित तौर पर पनाह देने के मामले में फरीदाबाद के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के बाहर जिस कार में विस्फोट हुआ था, उसे नबी चला रहा था। इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई थी। NIA के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि एजेंसी ने हरियाणा के फरीदाबाद के धौज निवासी सोएब को दिल्ली आतंकी बम विस्फोट से पहले आतंकवादी उमर उन नबी को साजो-सामान मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

इस मामले में सोएब एनआईए द्वारा गिरफ्तार किया गया सातवां आरोपी है, जो जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा उजागर किए गए एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "एजेंसी आत्मघाती हमले के संबंध में विभिन्न सुरागों पर काम कर रही है। इस जघन्य हमले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने और उन्हें खोज निकालने के प्रयास में संबंधित पुलिस बलों के समन्वय से विभिन्न राज्यों में तलाशी अभियान संचालित कर रही है।"

अधिकारियों के मुताबिक, फरीदाबाद के धौज का रहने वाला सोएब सातवां आरोपी बन गया जिसे गिरफ्तार किया गया है। जब इस बात के सबूत मिले कि उसने ब्लास्ट से ठीक पहले उमर को पनाह दी थी और लॉजिस्टिक मदद दी थी। NIA की टीमें पहले गिरफ्तार किए गए आरोपी डॉ. मुजम्मिल शकील गनई के साथ सोएब के घर गई। फिर सस्पेक्ट्स की हरकतों को फिर से देखा। इस दौरान, इन्वेस्टिगेटर को पता चला कि मुजम्मिल ने कथित तौर पर अपने घर पर एक ग्राइंडर और एक पोर्टेबल फर्नेस रखी थी। माना जाता है कि इन टूल्स का इस्तेमाल IED पार्ट्स बनाने में किया गया था।


NIA सूत्रों का कहना है कि सोयब अल फलाह यूनिवर्सिटी का पुराना कर्मचारी है। उसे साजिश के बारे में पता था। उसने जानबूझकर उमर उन नबी को पनाह दी थी। सोएब को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिर NIA कस्टडी में लेकर पूछताछ की मांग कर सकती है। सोयब के अलावा, NIA ने दिल्ली ब्लास्ट केस और व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल में अब तक छह और लोगों को गिरफ्तार किया है।

1. आमिर राशिद अली: सुसाइड बॉम्बिंग में इस्तेमाल की गई कार खरीदने में मदद की। इसने को-कॉन्स्पिरेटर के तौर पर काम किया।

2. जसीर बिलाल वानी: ड्रोन और रॉकेट की जानकारी सहित टेक्निकल सपोर्ट दिया। एक को-कॉन्स्पिरेटर के तौर पर काम किया।

3. डॉ. मुजम्मिल शकील गनई: माना जाता है कि इसका प्लानिंग, कोऑर्डिनेशन और IED की तैयारी में हाथ था।

4. डॉ. अदील अहमद राथर: भर्ती और ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स में शामिल होने का शक है।

5. डॉ. शाहीन सईद: टेरर मॉड्यूल के अंदर प्लानिंग और आइडियोलॉजिकल कंसोलिडेशन से जुड़ा हुआ है।

6. मुफ्ती इरफान अहमद वागे: कथित तौर पर हमलावरों को आइडियोलॉजिकल गाइडेंस और स्ट्रेटेजिक सपोर्ट दिया।

7. सोएब: मुख्य बॉम्बर उमर उन नबी को लॉजिस्टिकल सपोर्ट और शेल्टर दिया।

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