Delhi pollution: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार (21 अक्टूबर) को पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर बढ़ाने के लिए किसानों को पराली जलाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया। मंत्री ने अपने दावे के समर्थन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंजाब में पराली जलाने के कथित वीडियो भी दिखाए। सिरसा ने कहा कि मैं आपको दिखाना चाहता हूं कि कैसे आम आदमी पार्टी जानबूझकर पंजाब में किसानों को चेहरा ढककर पराली जलाने पर मजबूर कर रही है। ताकि इस पराली का असर दिल्ली पर हो।
दिल्ली के मंत्री ने कहा कि AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने 10 साल मुख्यमंत्री रहते हुए पंजाब के किसानों को गालियां दीं। लेकिन अब सिर्फ सात महीनों में हमने एक ऐसी बीमारी पर काम करना शुरू किया है जो पिछले 27 सालों से थी। अब इनके पेट में दर्द हो रहा है। सिरसा ने कहा, "पंजाब में किसानों को AAP सरकार द्वारा खेतों में पराली जलाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। दिवाली की रात पराली जलाने की सबसे ज्यादा घटनाएं AAP शासित पंजाब में हुईं।"
उन्होंने दावा किया कि AAP नेताओं ने दिल्ली की मुख्यमंत्री, BJP और सनातन धर्म के अनुयायियों द्वारा दिवाली मनाने और पटाखे फोड़ने की निंदा की। लेकिन हवा की गुणवत्ता बिगड़ने का असली कारण पंजाब में पराली जलाना है। सिरसा ने कहा कि दिवाली से पहले दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 341 था। दिवाली के बाद यह बढ़कर 356 हुआ है, जो केवल कुछ ही अंकों की वृद्धि है।
पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "हमें गर्व है कि हमारी सरकार ने लोगों को पारंपरिक तरीके से दिवाली मनाने का मौका दिया है।" मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि AAP पार्टी धार्मिक राजनीति कर रही है। BJP नेता ने कहा, "क्या आप ईद पर मुस्लिम समुदाय द्वारा बकरों की कुर्बानी को चुनौती देगी? मैं अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि वे धार्मिक राजनीति न करें। आप हमसे लड़ें, लेकिन धर्म को इसका हिस्सा न बनाएं।"
दिवाली के अगले दिन दिल्लीवासियों की सुबह धुंध में हुई। दिवाली की रात आतिशबाजी के बाद एयर क्वालिटी 'रेड जोन' में पहुंच गई। पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने 19 और 20 अक्टूबर को अस्थायी रूप से ग्रीन पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल की अनुमति दी थी। कोर्ट ने कहा था कि रात 8 से 10 बजे तक लोग ग्रीन पटाखे फोड़ सकते हैं। हालांकि, शीर्ष अदालत के आदेश के खिलाफ जाकर लोगों ने देर रात तक पटाखे फोड़े। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी का AQI 400 पार पहुंच गया है।
दिवाली के बाद हुए प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली सरकार को आड़े हाथ लिया है। AAP के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के जिला मजिस्ट्रेट, उनकी टीमें और दिल्ली पुलिस ने सामान्य पटाखों की अवैध बिक्री पर रोक नहीं लगाई। इसके अलावा उन्होंने रेखा गुप्ता सरकार से सवाल किया कि क्या सरकार अब प्रदूषण के आंकड़ों में हेराफेरी कर रही है?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहले यह संदेह था कि बीजेपी की दिल्ली सरकार ने करोड़ों की पटाखा लॉबी के साथ कोई समझौता किया है। लेकिन अब यह लगभग निश्चित है। दिल्ली सरकार के जिला मजिस्ट्रेट, उनकी टीमें और दिल्ली पुलिस ने सामान्य पटाखों की अवैध बिक्री पर रोक नहीं लगाई।
जबकि सुप्रीम कोर्ट की अनुमति केवल ग्रीन पटाखों के लिए थी। सौरभ ने कहा कि दिल्ली के PM2.5 और PM10 के प्रदूषण स्तर पर CPCB का डेटा दिवाली की रात (20 अक्टूबर शाम 7 बजे से 21 अक्टूबर सुबह 6 बजे तक) क्यों उपलब्ध नहीं था? उन्होंने पूछा कि ज्यादातर DPCC वायु प्रदूषण निगरानी केंद्रों ने दिवाली की रात डेटा गायब क्यों दिखाया? क्या सरकार अब प्रदूषण के आंकड़ों में हेराफेरी कर रही है?