Durgapur MBBS Student Rape: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में कथित गैंगरेप की शिकार हुई 22 वर्षीय एमबीबीएस छात्रा के पिता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर दिए गए अपने पिछले तीखे बयानों से यू-टर्न ले लिया है। दरअसल उन्होंने मुख्यमंत्री की महिला सुरक्षा पर टिप्पणी पर सार्वजनिक रूप से आलोचना करते हुए बंगाल की तुलना 'औरंगजेब के शासन' से की थी। लेकिन बुधवार को उन्होंने हाथ जोड़कर बनर्जी से क्षमा मांगी और उन्हें 'मां के समान' बताते हुए अपनी बेटी के लिए न्याय सुनिश्चित करने की अपील की।
पिता ने मांगी माफी, CBI जांच की मांग पर कायम
न्यूज एजेंसी PTI से बात करते हुए, पीड़िता के पिता ने कहा, 'ममता बनर्जी मेरे लिए मां के समान हैं। अगर मैंने कुछ भी गलत कहा है, तो मैं उनसे क्षमा मांगता हूं। मैं उनके चरणों में असंख्य बार नमन करता हूं, लेकिन मैं उनसे अपनी बेटी को न्याय दिलाने की अपील करता हूं।' पिता ने यह भी कहा कि वह अभी भी इस मामले में CBI जांच की मांग कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि यह राज्य प्रशासन पर निर्भर करता है।
क्या कहा था सीएम ममता बनर्जी ने जिस पर हुआ घमासान?
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गापुर घटना पर मीडिया को संबोधित करते हुए एक विवादास्पद बयान दिया था। मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा था, 'मुझे पता चला कि वह रात 12:30 बजे परिसर के बाहर थी। हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को रात में बाहर जाने से बचना चाहिए। निजी मेडिकल कॉलेजों को अपने छात्रों, खासकर छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। लड़कियों को अपनी सुरक्षा भी खुद करनी चाहिए।'
मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी को 'पीड़िता को दोषी ठहराने' के रूप में देखा गया, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया। विपक्षी दलों, महिला अधिकार समूहों और यहाँ तक कि ओडिशा सरकार ने भी उनकी आलोचना की।
बंगाल में चल रहा औरंगजेब का शासन: पीडिता के पिता
सीएम के बयान के जवाब में सोमवार को पीड़िता के पिता ने कहा था, 'वह भी एक महिला हैं। वह इतनी गैर-जिम्मेदार बात कैसे कह सकती हैं? क्या महिलाओं को अपनी नौकरी छोड़कर घर बैठ जाना चाहिए? ऐसा लगता है कि बंगाल औरंगजेब के शासन में है।' उन्होंने बंगाल की कानून-व्यवस्था से विश्वास खोते हुए अपनी बेटी को सुरक्षा के लिए ओडिशा वापस ले जाने की इच्छा भी व्यक्त की थी।
मुख्यमंत्री को देनी पड़ी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने बयान पर सफाई दी थी कि उनके शब्दों को 'तोड़ा-मरोड़ा गया और संदर्भ से बाहर' पेश किया गया। आपको बता दें कि 10 अक्टूबर को हुए इस कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने पीड़ित के दोस्त सहित छह व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है।