संसद के मानसून सत्र में आज राज्यसभा में पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेनाओं द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा हुई। इस दौरान सदन में काफी गहमा-गहमी देखने को मिली। इस विषय पर बोलते हुए समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन ने जहां ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम पर सवाल उठाने के साथ ही सत्तापक्ष की टीका-टिप्पणी पर नाराजगी भी जाहिर की। इतना ही नहीं उन्होंने बगल में बैठीं साथी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी को भी फटकार लगा दी।
चर्चा में हिस्सा लेते हुए जया बच्चन ने सवाल उठाया कि पहलगाम आतंकी हमले में कई महिलाओं का सिंदूर उजड़ने के बाद इस सैन्य कार्रवाई का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्यों रखा गया? जया बच्चन ने अपना भाषण 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में मारे गए 26 निर्दोष लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए शुरू किया।
उन्होंने सत्ता पक्ष को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं आपके उन लेखकों को बधाई देना चाहूंगी, जिन्हे आपने नियुक्त किया है। आप काफी बड़े-बड़े नाम रखते हैं। आपने इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ क्यों रखा? सिंदूर तो उजड़ गया, इस हमले में जो मारे गए उनकी पत्नियों का।’
अपने भाषण के दौरान सत्ता पक्ष की टीका-टिप्पणी से वह भड़क गईं और कहा, ‘या तो आप लोग बाल लीजिए, या मैं बोलूं। जब आप बोलते हैं, तब मैं हस्तक्षेप नहीं करती हूं। जब कोई महिला बोलती है, तो मैं बाधा नहीं डालती। इसलिए अपनी जुबान पर काबू कीजिए।’
एक मौके पर उन्होंने शिव सेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी को भी आड़े हाथों लिया। जया के बगल मैं बैठीं प्रियंका ने जब उन्हें शांत करने की कोशिश की तो उन्होंने डपटते हुए कहा, ‘प्रियंका मुझे कंट्रोल मत कीजिए।’ इस पर प्रियंका चतुर्वेदी समेत सदन में बैठे सांसदों को हंसी आ गई।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर जया बच्चन की टिप्पणी के बाद भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस और सपा पर अरोप लगाया कि इस तरह की टिप्पणी से सशस्त्र बलों का मनोबल तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘इनकी मानसिकता देखिए। जया बच्चन जी, आतंकियों ने सिंदूर उजाड़ा था, मगर सिंदूर सिर्फ सुंदरता बढ़ाने का सामान नहीं है। यह ताकत और क्षमता का प्रतीक भी है। ऑपरेशन सिंदूर नाम एक संदेश देने के लिए चुना गया, तुम अगर हमारा सिंदूर उजाड़ोगे, तो हम तुम्हें मिटा देंगे।’
खबरों की मानें तो, पहलगाम हमले में हत्यारों ने हिंदू पुरुषों की उनकी पत्नी और बच्चों के सामने निर्मम हत्या कर दी थी, जिसके बाद ऑपरेशन सिंदूर नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुना था।
हिंदू महिलाएं सुहाग के प्रतीक के रूप में सिंदूर अपने सिर पर लगाती हैं। इस ऑपरेशन का नाम उन महिलाओं की क्षति को दर्शाता है, जिनके पतियों की उनकी आँखों के सामने बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।