Happy Maha Ashtami 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (30 सितंबर) को महाअष्टमी के अवसर पर दक्षिणी दिल्ली के चितरंजन पार्क में दुर्गा पूजा पंडाल का दौरा किया। साथ ही मंत्रोच्चार के बीच देवी की अराधना की। प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र के प्रतिष्ठित काली बाड़ी मंदिर में आरती भी की। इस दौरान पीएम मोदी ने पारंपरिक बंगाली संस्कृति के अनुसार आयोजित समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी मौजूद थीं।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के मद्देनजर दक्षिण दिल्ली के इलाकों में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। कई रूट्स को लेकर ट्रैफिक एडवाइजीर जारी किए गए थे। पीएम मोदी के साथ सीएम रेखा गुप्ता के अलावा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कई सीनियर नेता मौजूद थे।
यह पूरा दिन संधि पूजा के साथ समाप्त हुआ। यह पूजा अष्टमी और नवमी के बीच होती है। इसे पूरे त्योहार का सबसे पवित्र समय माना जाता है। यह 48 मिनट का अनुष्ठान देवी दुर्गा की चंड और मुंड राक्षसों पर विजय की याद दिलाता है।
कोलकाता के कई बड़े पंडालों, जैसे संतोष मित्रा स्क्वायर, कुमारतुली पार्क, कॉलेज स्क्वायर, मुदियाली, बालीगंज कल्चरल और जोधपुर पार्क के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लगी थीं। मौसम में उमस होने के बावजूद लोग बड़ी संख्या में दर्शन के लिए खड़े थे।
राज्य के बाकी हिस्सों जैसे दुर्गापुर, आसनसोल, कल्याणी और सिलीगुड़ी में भी यह उत्सव उतने ही जोर-शोर के साथ मनाया गया। यह बात दिखाती है कि दुर्गा पूजा का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व कितना अधिक है। इस पर्व को यूनेस्को द्वारा विश्व की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी मान्यता मिली हुई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर उन्होंने सभी से महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित करने और समाज में उनका उचित स्थान बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया।
मुर्मू ने एक संदेश में कहा कि दुर्गा पूजा का पावन त्योहार हमारी संस्कृति, आस्था और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा, "मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा न केवल आध्यात्मिक शुद्धि का मार्ग है, बल्कि यह हमें सत्य, न्याय और करुणा के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है।"
मुर्मू ने कहा कि यह त्योहार समानता, सहिष्णुता और प्रेम की भावना को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा, "इस पावन मौके पर, आइए हम महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित करने और समाज में उनका उचित स्थान बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लें। मैं मां दुर्गा से प्रार्थना करती हूं कि वह सभी को सदबुद्धि और साहस प्रदान करें तथा उन्हें सुख और समृद्धि का आशीर्वाद दें।"