भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी 2 से 8 सितंबर 2025 तक देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण उत्तर, पूर्व, मध्य और पश्चिम भारत के कई राज्यों में बहुत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश भी हो सकती है, इसलिए लोगों को जरूरी सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
IMD के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र में रेड अलर्ट जारी है, जहां बहुत भारी बारिश हो सकती है। ऐसे मौसम में बाढ़, भूस्खलन और जलभराव जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के निवासियों से अनावश्यक यात्रा से बचने और जरूरी सावधानियां अपनाने की अपील की है।
किन राज्यों में जारी हुआ अलर्ट
उत्तर भारत में 2 से 6 सितंबर के बीच जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार बारिश होने का अनुमान है, जिससे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और सड़कों पर अवरोध आ सकते हैं। वहीं, 3 से 7 सितंबर के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। खासकर 4 से 6 सितंबर के बीच गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है। मध्य भारत में 3 से 5 सितंबर तक पश्चिमी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान है। इसके अलावा, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, और हिमालय के निचले इलाकों में भी बारिश जारी रहेगी।
दक्षिणी राज्यों केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी 2 से 4 सितंबर के बीच कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे बारिश के दौरान सुरक्षित रहें, जलभराव से बचाव के उपाय करें और मौसम अपडेट लगातार जांचते रहें। इस बार सितंबर माह में सामान्य से अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है, जो मानसून की विदाई से पहले किसानों के लिए राहत लेकर आ सकता है। हालांकि, लगातार भारी बारिश की वजह से यातायात, बिजली व्यवस्था और नागरिक जीवन प्रभावित हो सकता है, इसलिए लोगों की सावधानी आवश्यक है।
मौसम विभाग के इस अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए सरकार और संबंधित विभागों ने भी जरूरी तैयारी शुरू कर दी है, ताकि आपात स्थितियों से निपटा जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।